Study In Abroad: विदेश में पढ़ाई करना छात्रों की पहली पसंद बनता जा रहा है। 12वीं के बाद अंडर ग्रेजुएशन कोर्स या फिर पीजी कोर्स इसके लिए छात्र सबसे पहले विदेश में पढ़ाई की संभावना तलाशने हैं। हालांकि विदेशों में जाकर एजुकेशन प्राप्त करना करियर के लिए जितना बेहतर है उतना यहां पढ़ाई करना रिस्की भी है। विदेशों में पढ़ाई करने का विचार आते ही सबसे पहले पढ़ाई में होने वाले खर्च की टेंशन होती है। इसके अलावा भी इस रास्ते में कई ऐसी मुश्किलें होती हैं, जिनका छात्रों व अभिभावकों को ध्यान रखना पड़ता है। यहां हम आपको ऐसी ही कुछ मुश्किलों के बारे में बताएंगे, जिनकी जानकारी हासिल कर आप अपने मुश्किलों को कम कर सकते हैं।
खर्च का पहले ही बना लें बजट
विदेश पढ़ने के ज्यादातर सपने पढ़ाई में होने वाले खर्च को लूकर टूटते हैं। छात्रों को किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन से पहले ही वहां की ट्यूशन फीस व अन्य खर्चों का पूरा ब्यौरा लेकर बजट तैयार करना चाहिए। इस दौरान यह भी ध्यान रखना होगा कि यूनिवर्सिटी द्वारा खर्च की जो जानकारी दी जाती है, पढ़ाई के दौरान उससे अधिक खर्च होता है। इसलिए बजट तैयार करते समय इन बातों का भी ध्यान रखें। हो सकें तो आर्थिक मदद के लिए स्कॉलरशिप की तलाश करें।
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पहले ही कर लें इंटर्नशिप की जांच
अगर आप विदेश के किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने जा रहे हैं तो उससे पहले यह देख लें कि, वह किसी तरह का इंटर्नशिप और रिसर्च के अवसर प्रदान करता है कि नहीं अगर करता है तो किस तरह का। यह आपके तब काम आएगी, जब आप कोर्स के साथ अनुभव की तलाश शुरू करेंगे। अगर इंटर्नशिप रहेगा तो अपाके करियर और नेटवर्क विस्तार के लिए बेहतर रहेगा।
जान लें इमिग्रेशन के नियम
इमिग्रेशन के नियमों में लगभग हर साल कुछ न कुछ बदलाव होता रहता है। कोविड के बाद काफी कुछ बदल गया है। ऐसे में यह आवश्यक है कि एडमिशन से पहले सभी नियमों को जान लिया जाए। कई देशों ने अब इमिग्रेशन को लेकर सख्त कानून बना दिया है।
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यूनिवर्सिटी की करें जांच
किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले छात्रों को उस यूनिवर्सिटी के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेना चाहिए। यानी छात्रों को जिस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना है उसकी रैंकिंग, स्कॉलरशिप के अवसर और उसमें पढ़ाए जाने वाले कोर्स की आदि की जानकारी होनी आवश्यक है। कहीं ऐसा न हो कि आप ऐसे किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लें जहां पर पढ़ाई का कोई फायदा न मिले।
करियर संभावना तलाशें
विदेश में जाकर पढ़ाई करने का मुख्य मकशद अच्छा करियर बनाना होता है। इसलिए विदेश के किसी कॉलेज का चुनाव करते समय यह जरूर देख लेना चाहिए कि उक्त कॉलेज से पढ़ाई के बाद जॉब की कितनी संभावना है। आपके करियर को वह कितना फायदा पहुंचा सकता है। किसी पॉपुलर यूनिवर्सिटी में लेने की ही कोशिश करें।