NEET Result 2021: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) की ओर से जल्द ही राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2021 के परिणाम घोषित किए जा सकते हैं। साथ ही फाइनल आंसर की भी जारी की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एजेंसी को स्नातक चिकित्सा उम्मीदवारों के लिए परिणाम घोषित करने की अनुमति दिए जाने के बाद से उम्मीदवारों का इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। एजेंसी की ओर से परिणाम neet.nta.nic.in और ntaresults.nic.in पर जारी किया जाएगा। NEET स्कोरकार्ड के साथ शीर्ष 50 रैंक धारकों की सूची भी प्रकाशित की जाएगी।
नीट 2021 का रिजल्ट डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को रिजल्ट विंडो पर रोल नंबर और पासवर्ड से लॉग इन करना होगा। भारत में एमबीबीएस में प्रवेश के लिए 31 दिसंबर या उससे पहले उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए। उम्मीदवार को NEET-UG में उत्तीर्ण होना चाहिए। NEET-UG में दाखिले के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष है। इसमें एससी, एसटी, ओबीसी और पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों को आयु सीमा में पांच साल की छूट मिलेगी।
परिणाम में देरी से बनी थी भ्रम की स्थिति
नीट परिणाम में देरी से स्नातक मेडिकल उम्मीदवारों में चिंता और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। कई उम्मीदवारों ने एनटीए और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से नीट 2021 के परिणाम की पुष्टि की तारीख की घोषणा करने का अनुरोध किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एनटीए से राज्य के 25 उम्मीदवारों के नीट परिणाम को रोकने के लिए कहा था। मगर सुप्रीम कोर्ट की ओर से 16 लाख से अधिक उम्मीदवारों के रिजल्ट जारी किए जाने की अनुमति के बाद से कैंडिडेटस को राहत मिली है।
कितने सीटों के लिए होती है प्रवेश परीक्षा
ऑल इंडिया कोटे के तहत 15 फीसदी सीटों के लिए एससी, एसटी,ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के लिए तय आरक्षण को एडमिशन प्रक्रिया में शामिल किया जाता है। ओबीसी कैटेगरी को 27 फीसदी, एससी कैटेगरी को 15 फीसदी, ईडब्ल्यूएस को 10 फीसदी, एसटी को 7.5 फीसदी, और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के उम्मीदवार को 5 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है।
परामर्श समितियों का किया गया है गठन
परीक्षा के तीन परामर्श समितियां गठित की गई हैं, जिनमें एमबीबीएस और बीडीएस के लिए चिकित्सा परामर्श समिति, बीवीएससी और एएच सीटों के लिए भारतीय पशु चिकित्सा परिषद (वीसीआई) और आयुष परामर्श के लिए आयुष प्रवेश केंद्रीय परामर्श समिति (एसीसीसी) होती है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में 85 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश के लिए NEET परीक्षा आयोजित की जाती है। प्रक्रिया को पूरा करने के लिए राज्यों की अपनी परामर्श समितियां हैं।