Railway Recruitment Board, RRB NTPC Result Protests: बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों, आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा 2021 के लिए उपस्थित हुए कई छात्र रेलवे स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और परिणाम घोषणा में विसंगतियों का आरोप लगा रहे हैं। बिहार राज्य के कई रेलवे स्टेशनों से विरोध प्रदर्शन की सूचना मिली है, मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन पर आज विरोध प्रदर्शन है।
इससे पहले, प्रदर्शनकारियों ने राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन पर लगभग पांच घंटे तक ट्रेन सेवाओं को बाधित किया था, इस बारे में पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने एक बातचीत के दौरान कहा, 'प्रदर्शनकारियों ने लगभग 5 घंटे तक ट्रेन को रोका, यह किसी भी मुद्दे को हल करने का तरीका नहीं है। हम मुख्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे और उनके खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।'
पटना में पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को रेलवे स्टेशन से जबरन हटाया। बिहारशरीफ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया गया। बिहारशरीफ के अतिरिक्त एसडीएम मुकुल पंकज मणि ने कहा, 'लोग यहां जमा हो गए, जिससे कुछ समय के लिए ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं लेकिन अब ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं।'
बिहार के भोजपुर जिले में भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन हुआ था। विरोध ग्रुप डी के लिए आरआरबी एनटीपीसी बिहार परिणाम पर केंद्रित किया गया था। विरोध के पीछे मुख्य कारण भर्ती के लिए दो परीक्षाओं के आयोजन के संबंध को लेकर था। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि आरआरबी एनटीपीसी के लिए 2019 की अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था।
रेल मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया था जिसमें प्रदर्शनकारियों के बयानों का खंडन किया और कहा कि अधिसूचना में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा दो राउंड में आयोजित की जाएगी।
कई आरआरबी एनटीपीसी उम्मीदवारों ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर आरआरबी एनटीपीसी 2021 के लिए कई विसंगतियों और 'गलत परिणाम घोषणा" का आरोप लगाया है।'
बता दें कि सीबीटी 1 पास करने वाले उम्मीदवार अब आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी 2 परीक्षा में शामिल होंगे। आरआरबी एनटीपीसी भर्ती प्रक्रिया से बत्तीस हजार से अधिक वैकेंसी भरी जाएंगी। आरआरबी एनटीपीसी 2021 के परिणाम पूरे भारत के कई क्षेत्रों के लिए 15 जनवरी को घोषित किए गए थे।