SSC CGL 2021-2022 Recruitment Notification: 18 दिसंबर को SSC द्वारा जारी एग्जाम कैलेंडर के मुताबिक, CGL Exam के लिए 23 दिसंबर 2021 को नोटिफिकेशन आएगा, जिसके माध्यम से ग्रुप 'बी' और ग्रुप 'सी' पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। उम्मीदवार ssc.nic.in से परीक्षा कैलेंडर डाउनलोड कर सकते हैं।
स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) जल्द ही कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्ष के लिए नोटिफिकेशन जारी करने वाला है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार SSC की आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
SSC Notification - संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा (CGL) लिए आवेदन प्रक्रिया 23 दिसंबर 2021 से शुरू होकर 23 जनवरी 2022 को समाप्त होगी और अप्रैल 2022 में परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा के माध्यम से भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और अधीनस्थ कार्यालयों में ग्रुप बी की विभिन्न रिक्तियों को भरा जाएगा। बता दें, हाल ही में एसएससी ने साल 2022-23 में आयोजित होने वाली परीक्षाओं का अस्थायी कैलेंडर जारी कर दिया है।
SSC CGL Exam Pattern - परीक्षा पैटर्न
आपको बता दें कर्मचारी चयन आयोग (SSC) संयुक्त स्नातक स्तर (CGL) की परीक्षा का आयोजन चार चरणों में कराती है। पहले और दूसरे चरण की परीक्षा यानी टियर 1 और टियर 2 एमसीक्यू आधारित कंप्यूटर बेस्ड होती है। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों के लिए टियर-3 यानी मेन्स का पेपर आयोजित किया जाता है। तथा मेन्स में पास होने वाले उम्मीदवारों का डाटा एंट्री स्पीड टेस्ट (टियर-4) होता है।
Tier-1 and Tier-2
टियर-1- कंप्यूटर बेस्ड पेपर होता है, जिसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होता है। इसके लिए छात्रों को 60 मिनट का समय दिया जाता है।
वहीं टियर-1 में सफल होने वाले उम्मीदवारों के लिए टियर-2 आयोजित किया जाता है, यह भी कंप्यूटर बेस्ड पेपर होता है, इस टेस्ट में प्रत्येक विषय के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित होता है। यहां इंग्लिश लैंग्वेज एंड कॉम्प्रिहेंशन से 200 प्रश्न और गणित, रीजनिंग, जनरल अवेयरनेस से 100-100 प्रश्न पूछे जाते हैं। बता दें टियर-1 और टियर-2 दोनों में निगेटिव मार्किंग होती है। इसलिए सही उत्तर पता होने पर ही प्रश्नों को अटेम्प्ट करें।
Tier-3 and Tier-4
प्रीलिम्स (टियर-1 और टियर-2) क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों के लिए टियर-3 यानी मेन्स की परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें छात्रों के भाषा और कुशलता की जांच की जाती है। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को कंप्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट (सीपीटी) के लिए बुलाया जाता है