UP Board Result: मास्‍क और दस्‍ताने पहन 5 मई से यूपी बोर्ड की कॉपियां जाचेंगे शिक्षक, 25 मई के बाद र‍िजल्‍ट

UP board result 2020: उत्‍तर प्रदेश माध्‍यमिक श‍िक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की उत्‍तर पुस्तिकाओं का मूल्‍यांकन कार्य शुरू करने का न‍िर्देश दे द‍िया है। 5 मई से 25 मई के बीच कॉपियों की जांच की जाएगी।

UP Board result 2020
UP Board result 2020 

UP board result 2020: उत्‍तर प्रदेश माध्‍यमिक श‍िक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की उत्‍तर पुस्तिकाओं का मूल्‍यांकन कार्य शुरू करने का न‍िर्देश दे द‍िया है। 5 मई से 25 मई के बीच कॉपियों की जांच की जाएगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के ल‍िए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से मूल्‍यांकन कार्य लंबे समय से स्‍थगित था। मूल्‍यांकन कार्य ना होने की वजह से रिजल्‍ट में भी देरी हो रही है। 

प्रमुख सचिव ने मूल्‍यांकन के संबंध में पत्र लिखा है। पत्र में मूल्‍यांकन 5 मई से शुरू करने साथ ही सोशल डिस्‍टेंसिंग का पूरा ध्‍यान रखने का निर्देश दिया गया है। 5 मई से 25 मई के बीच जिलों में बनाए गए मूल्‍यांकन केंद्रों पर विषयवार शिक्षकों को बुलाया जाएगा। मूल्‍यांकन केंद्र के 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लगी रहेगी। इस परिधि में पुलिसबल और एलआईयू की टीम मुस्‍तैद रहेगी। मूल्‍यांकन सीसीटवी की निगरानी में होगा।

सुरक्षा की दृष्टि से व्‍यवस्‍था चौकस 
केंद्रों के उप नियंत्रकों से कहा गया है कि यदि उनके केंद्र में और स्थान है तो उन स्थानों को उपयोग परीक्षकों को दूर-दूर बिठाने में करेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि प्रतिदिन मूल्यांकन केंद्रों को सैनिटाइज कराएं और आवश्यक दवाओं का छिड़काव कराएंगे। परीक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मियों के लिए मास्क लगाना, हैंड गल्ब्स पहनना तथा अन्य सुरक्षात्मक उपायों को करना अनिवार्य है। साथ ही केंद्रों पर थर्मल स्‍क्रीनिंग भी होगी। 

16 मार्च से शुरू हुआ था मूल्‍यांकन 
बता दें कि यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्‍यांकन कार्य 16 मार्च से प्रारंभ हुआ था। मूल्यांकन के लिए बनाए गए केन्द्रों पर सेनेटाइजर, लिक्विड हैंडवॉश और टॉवेल का इंतजाम किया गया था। कॉलेज परिसरों में भी साफ-सफाई विशेष रूप से की गई थी। यूपी में कोरोना के मामले सामने आए तो मूल्‍यांकन में लगे शिक्षक भी चिंतित हो गए और मूल्‍यांकन स्‍थगित कर दिया। इसके लिए प्रदेश भर में बनाए गए 275 केंद्रों पर 3 करोड़ 9 लाख 61,577 कॉपियों का मूल्‍यांकन होना था। इनमें करीब 1,46,755 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। 

अगली खबर