उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन(यूपीपीएससी) की परीक्षा पैटर्न यूपीएससी से काफी मिलता जुलता है। यूपीपीएससी में सफलता हासिल करने वाले मनीष मिश्रा के मुताबिक मेन्स के लिए दोनों को सिलेबस बिल्कुल एक जैसा है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा का पहला चरण यानी प्रीलिम्स में 150 सवाल पूछे जाते हैं, जो कि 200 नंबर का होता है। ऐसे में ध्यान से पढ़ते हुए इन सवालों को लगाए क्योंकि नेगिटिव मार्किंग आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
मनीष मिश्रा ने यूपीपीएससी की परीक्षा में 38वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने ये सफलता साल 2017 में पहली कोशिश में हासिल की थी। मनीष के मुताबिक इस परीक्षा में प्रीलिम्स की तैयारी दो पैटर्न में निर्धारित होती है। जिसमें एनालिटिकल क्वेश्चन,फेक्चुअल क्वेश्चन दोनों तरह के सवाल शामिल होते हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए सभी विषयों के नोट्स तैयार कर लें। उत्तर प्रदेश के बारे में अच्छे से पढ़ें, जिसमें जनसंख्या से लेकर वहां के खास संस्थाओं के बारे में भी जानकारी रखें। उन्होंने बताया कि एनालिटिकल क्वेश्चन में उसी तरह के सवाल किए जाएंगे जिस तरह आईएएस के पेपर में किए जाते हैं।
इसके अलावा फेक्चुअल क्वेश्चन में उत्तर प्रदेश से जुड़े कई सवाल किए जा सकते हैं। जिसमें जनगणना, बिजनेस,करप्शन इंडेक्स आदि शामिल हैं। किसी तरह से मन में दुविधा लेकर ना चले क्योंकि इसमें हिस्ट्री से लेकर पॉलिटिल से जुड़े कई सवाल किए जा सकते हैं। वहीं इकोनॉमी में बजट इकोनॉमी सर्वे से जुड़े सवाल जरूर किए जाते हैं। वहीं ये परीक्षा राज्य स्तर पर है तो उस राज्य के भी बजट से जुड़े सवाल पर खास ध्यान दें। बता दें इंटरनेट की मदद से छात्र उस राज्य के इकोनॉमी सर्वे के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मनीष के मुताबिक हर विषय के लिए मार्केट में कई किताबे हैं लेकिन सही और उचित किताबों को ही पढ़ें। उन्होंने बताया कि एनसीईआरटी के किताबों पर पूर्ण रूप से भरोसा किया जा सकता है क्योंकि इसे बहुत रिसर्च के बाद लिखा गया है। ये किताबें ना सिर्फ कैंडिडेट्स के बेसिक को मजबूत बनाता हैं बल्कि यूपीएससी के सिलेबस को भी पूरा करने में आपकी मदद करता है। बता दें कि हर विषय के लिए एनसीईआरटी की किताबें मिलती हैं। ऐसे में आप चाहे तो उससे भी पढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि हर किसी को अपनी बेसिक मजबूत करने के लिए 9वीं और 10वीं की एनसीईआरटी की किताबों को अच्छी तरीके से पढ़ना चाहिए।