UPSC Exam Tips: इन किताबों से तैयारी कर अनु कुमारी ने UPSC में हासिल की दूसरी रैंक

एजुकेशन
Updated Sep 24, 2019 | 07:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

UPSC Topper's Tips:सिविल सेवा परीक्षा 2017 में दूसरी रैंक हासिल करने वाली अनु कुमारी बता रहीं हैं कि इस परीक्षा के लिए उनकी क्या स्ट्रेटेजी थी, कितने घंटे पढ़ाई की। इसके अलावा बच्चे से दूर रहकर कैसे तैयारी की।

Anu Kumari
Anu Kumari IAS 
मुख्य बातें
  • अनु कुमारी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 में दूसरी रैंक हासिल की थी।
  • अनु कुमारी एक बच्चे की मां है। तैयारी के लिए अनु कुमारी अपनी बच्चे से भी दूर रही थीं।
  • अनु ने बताया कि किस तरह से उन्होंने तैयारी की और क्या रणनीति बनाई। 

नई दिल्ली. हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली अनु कुमारी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 में दूसरी रैंक हासिल की थी। इसके अलावा वह महिलाओं में उनकी नंबर वन रैंक थीं। अनु कुमारी एक बच्चे की मां है। तैयारी के लिए अनु कुमारी अपनी बच्चे से भी दूर रही थीं। अनु ने अब बताया कि किस तरह से उन्होंने तैयारी की और क्या रणनीति बनाई। 

अनु ने अपने पहले अटेंप्ट में दूसरी रैंक हासिल की है। अनु ने दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बातचीत में बताया कि उन्होंने अपनी मौसी के घर रहकर तैयारी की थी। वह रोजाना 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई किया करती थीं। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया, वॉट्सऐप से लेकर फैमिली फंक्शन और पार्टियों से दूरी बना ली थी।   
 
अनु के मुताबिक, " मैंने छठी क्लास की सोशल साइंस एनसीआरटी की किताबें पढ़ी थी। इसमें मैंने भूगोल और इतिहास को कई बार पढ़ा था। वहीं, भूगोल की 11वीं और 12वीं क्लास की चार किताबें पढ़ी थीं।"

आर्ट एंड कलचर के लिए पढ़ीं ये किताबें 
अनु के मुताबिक आर्ट और कलचर के लिए आप एनसीआरटी की किताबें पढ़ सकते हैं। वहीं, संविधान के लिए मैंने एम.लक्ष्मीकांत की किताब पढ़ी थी। वहीं, अर्थशास्त्र में सबसे अहम होता है आर्थिक सर्वे और बजट। इसका आपको बार-बार रीविजन करना होगा। 

अनु बताती हैं, "करंट अफेयर्स के लिए मैंने रोजाना ऑनलाइन पढ़ाई की थी। तैयारी में सबसे अहम होती है टेस्ट सीरीज। मैंने एक ही टेस्ट सीरीज की थी। टेस्ट सीरीज में जो आपके गलत जवाब हैं उन्हें घर में आकर बार-बार रिवाइज करें।" 

छोड़ चुकी हैं कॉर्पोरेट जॉब
32 साल की अनु कुमारी की शादी बिजनेसमैन से हुई। चार साल पहले उन्होंने अपने बेटे को जन्म दिया। इस दौरान वह गुरुग्राम में कॉपरेट जॉब भी कर रही थी। हालांकि, उनका लक्ष्य सिविल सेवा परीक्षा पास करना था। ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

अनु ने एक वेबसाइट के दिए इंटरव्यू में कहा कि, "बेटे से दूर होने के कारण ये काफी मुश्किल था। कई बार मैंने सोचा कि वह सब कुछ छोड़कर वापस अपने बेटे विवान के पास लौट जाए। अनु कहती हैं कि मैंने हार नहीं मानी।" 

अगली खबर