IAS success stories: गलतियों से सीख लेकर दीपेश ने हासिल की UPSC में सफलता, तीसरे प्रयास में मिली ये रैंक

एजुकेशन
Updated Dec 20, 2019 | 07:16 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

UPSC में सफलता हासिल करने वाले दीपेश केडिया ने इसकी परीक्षा को लेकर अपनी खास स्ट्रेटजी शेयर की है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में कुछ गलतियां हैं जो भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

Deepesh Kedia
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मुख्य बातें
  • दीपेश केडिया को इस परीक्षा में तीसरी बार में सफलता हासिल हुई है।
  • दीपेश केडिया ने साल 2015 में इसकी तैयारी शुरू की थी।
  • तैयारी शुरू होते ही सबसे पहले ऑप्शनल विषय की तैयारी करें।

यूपीएससी की परीक्षा में साल 2017 में सफलता हासिल करने वाले दीपेश अपनी गलतियों से सीखकर आगे बढ़े हैं। उन्होंने इस परीक्षा में पहली नहीं बल्कि तीसरी बार में सफलता हासिल की। उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 221वीं रैंक हासिल हुई है। हाल ही में उन्होंने इस परीक्षा को लेकर खास स्ट्रेटजी शेयर की है। बता दें कि उन्होंने अपनी असफलताओं से काफी कुछ सीखा है। तब जाकर तीसरी बार में सफलता हासिल हुई।

लोगों के मुताबिक इस परीक्षा के लिए तैयारी ना सिर्फ क्वालिटी बल्कि क्वांटिटी बेस्ड भी होनी चाहिए। इसके लिए सबसे जरूरी है कॉन्सेप्ट क्लीयर होना। दीपेश केडिया ने साल 2015 में इसकी तैयारी शुरू की थी। लेकिन इस परीक्षा के लिए उनके पास अधिक समय नहीं था। इस परीक्षा के लिए किसी को भी एक निश्चित समय निर्धारित तय करते हुए चलना चाहिए। जल्दबाजी में तैयारी ना करें, क्योंकि ऐसा करने से कई महत्वपूर्ण चीजे छूट जाती हैं।

दीपेश ने उदाहरण के तौर पर बताया कि इस परीक्षा को लेकर मेरी जर्नी शुरू हुई थी 15 फरवरी 2015 से और परीक्षा था दिसंबर में। इसके साथ अगस्त में ही मेन्स की भी परीक्षा थी। इस हिसाब से मुझे तीन से चार महीने और तैयारी के लिए देनी चाहिए था। ऐसे में  इस परीक्षा के लिए  कम से कम डेढ़ साल देना चाहिए।

 

 

 

तैयारी शुरू होते ही सबसे पहले ऑप्शनल विषय की तैयारी करें। इस विषय को आप 2 महीने के अंदर खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा जीएस के लिए बेसिक एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ सकते हैं। उससे आपकी तैयारी मजबूत के साथ-साथ बेसिक भी क्लीयर होगा। उसके बाद जनरल स्टडी की टेस्ट सीरीज ज्वाइन कर लिजिए और साथ-साथ टॉपिक के नोट्स भी बनाते रहिए। दीपेश के अनुसार जीएस के हर एक टॉपिक का नोट्स बनाए। उन्होंने बताया मैंने अपनी तैयारी के दिनों में ये मेरी दूसरी गलती थी क्योंकि मैंने किसी भी विषय का नोट्स नहीं बनाया था।

नोट्स बनाने से ये होगा कि आप बार बार एक चीज को पढ़ने के लिए आप सिर्फ नोट्स आश्रित होंगे। वहीं उन्होंने बताया कि यूपीएससी के तीनों चरण की परीक्षा एक साथ करना चाहिए। ऐसा बिल्कुल ना करें कि प्रीलिम्सि की परीक्षा देने के बाद आराम करने के बैठ और बाद में मेन्स पर ध्यान देना शुरू करें। इसके अलावा मेन्स परीक्षा के बाद इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर दें। इस परीक्षा के लिए समय के महत्व को समझे। यहां हर एक मिनट आपकी तैयारी में अहम योगदान निभाती है।

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