नई दिल्ली: पेपर लीक होने से UP TET 2021 की परीक्षा 28 दिसंबर को रद्द हो गई। और उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया कि एक महीने के भीतर परीक्षा आयोजित की जाएगी। सरकार के दावे के अनुसार परीक्षा 28 दिसंबर तक संपन्न हो जानी चाहिए। लेकिन ऐसा करने में कई सारी अड़चने आ रही हैं। इसे देखते हुए टेंशन बढ़ गई है।
ये परीक्षा खड़ी कर सकती है मुश्किल
असल में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ( सीटीईटी ) की परीक्षा 16 दिसंबर 2021 से शुरू होने जा रही है। और वह 13 जनवरी 2022 तक आयोजित होगी। ऐसे में उन अभ्यर्थियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। जिन अभ्यर्थियों ने दोनों परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरा है, उनके सामने दिक्कतें आ सकती हैं। इसीलिए वह यूपी टीईटी परीक्षा को 16 दिसंबर से पहले कराने की मांग कर रहे हैं। हालांकि ऐसा होना बहुत मुश्किल लग रहा है।
पहले 30 नवंबर की ऐलान करने का था प्लान
इसके पहले बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने कहा था नई तिथि और विभागीय जांच पर निर्णय मंगलवार 30 नवंबर तक किया जाएगा। परीक्षा नियामक प्राधिकरण दिसंबर में टीईटी आयोजित करने की योजना बना रहा है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि दिसंबर के किसी रविवार को कोई अन्य परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव है या नहीं। लेकिन अभी तक परीक्षा तिथि घोषित नहीं हो पाई है।
रातों-रात लीक हो गया था पेपर
UPTET का परीक्षा पेपर रातों-लीक हो गया था। और जिस तरह वह प्रदेश के हर हिस्से में पहुंचा, उससे तो साफ हो गया कि इसमें किसी बड़े गैंग का हाथ है। इसीलिए पेपर लीक होने में प्रिटिंग एजेंसी से लेकर यूपी परीक्षा नियामक प्राधिकारी सहित कई स्टेक होल्डर्स पर सवाल उठे। इसी कड़ी में परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है। उनके अलावा कुल 29 लोगों को पेपर लीक मामले में पुलिस हिरासत में लिया गया है।
सवाल इसलिए भी उठे हैं, क्योंकि इसके पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से कराई गई 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आईं थी।ऐसे अभ्यर्थियों को पास कर दिया गया था जो परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए। इस प्रकरण में तत्कालीन सचिव सुत्ता सिंह को 2108 में निलंबित कर दिया गया था।