कोलकाता : पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (WBBSE) ने आज (मंगलवार, 20 जुलाई) 10वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए। स साल 79 छात्रों ने सर्वाधिक 697 अंक हासिल किए हैं। इस साल पहली बार 100 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। खास बात यह है कि कोरोना संकट को देखते हुए सरकार इस साल कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं कर रही है। अपने परीक्षा के नतीजे से असंतुष्ट छात्र कोविड की स्थिति बेहतर होने पर परीक्षा में बैठ सकते हैं।
कोरोना संकट के चलते इस साल परीक्षा रद्द हुई
इस बार कोविड-19 के कारण बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं और इसलिए रिजल्ट 50-50 के फॉर्मूले पर निकलने जा रहा है, जिसमें 50 प्रतिशत अंक नौवीं की फाइनल परीक्षा में हासिल अंकों और 50 प्रतिशत 10वीं कक्षा में इंटरनल असेसमेंट स्कोर के आधार पर दिए जाएंगे।
पश्चिम बंगाल में 10वीं के नतीजों को लेकर सुबह 9 बजे एक प्रेस कॉन्फेंस होनी है, जिसमें परीक्षा परिणाम का औपचारिक तौर पर ऐलान किया जाएगा। हालांकि छात्रों के लिए बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट wbresults.nic.in पर यह सुबह 10 बजे से उपलब्ध होगा, जब परीक्षा परिणाम देखने के लिए लिंक एक्टिवेट किया जाएगा। छात्र यहां क्लिक कर अपने परीक्षा परिणाम के बारे में जान सकते हैं।
10वीं के रिजल्ट देखने के लिए छात्रों को बोर्ड की वेबसाइट पर लॉग-इन करना होगा। परीक्षा परिणाम देखने के लिए उन्हें रॉल नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर या वैरिफिकेशन कोड की भी आवश्यकता पड़ सकती है। पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के साथ-साथ छात्र wbbse.wb.gov.in, indiaresult.com और exametc.com पर भी परीक्षा परिणाम देख सकते हैं।
बोर्ड की ओर से यह भी बताया गया है कि स्कूलों के प्रिंसिपल अपने स्टूडेंट्स के पासिंग सर्टिफिकेट, मार्कशीट और एडमिट कार्ड मंगलवार को सुबह 10 बजे के बाद कैंप कार्यालय से एकत्र कर सकेंगे। छात्रों को इन दस्तावेजों के लिए स्कूल पहुंचने और वहां से इन्हें हासिल करने की अनुमति नहीं होगी। छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से अपना स्कोरकार्ड भी डाउनलोड कर सकेंगे।
बोर्ड इस बार कोई मेरिट लिस्ट निकालने जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गई। पश्चिम बंगाल में 10वीं की बोर्ड परीक्षा 1 जून से होने वाली थी। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस बार परीक्षा निरस्त करने का फैसला लिया गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 8 जून को 10वीं के साथ-साथ राज्य में 12वीं की बोर्ड परीक्षा में रद्द करने का ऐलान किया था।