लखनऊ: 'सपा में न सुरक्षित थी नारी ना व्यापारी, खुले घूम रहे थे दुराचारी अब गुंडों को बांट दी टिकटें सारी'.... ' यह नई सपा नहीं ये वही सपा है, जिनसे जनता ख़फ़ा है और दस मार्च को अखिलेश जी और मायावती कहेंगे ईवीएम बेवफ़ा है' ये बातें गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने एक इंटरव्यू में कहीं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सत्ता में सुख भोगने और मेवा खाने के लिए आते हैं लेकिन हम सेवा करने के लिए आए हैं।
छिप-छिप कर टिकट देने वाली सपा सरकार के कार्यकाल में बहु-बेटी असुरक्षित महसूस करती थी आज योगी सरकार में पिछले पांच सालों में महिला और बेटियों की सुरक्षा प्राथमिकता रही है। यही कारण है कि अपर्णा यादव,अदिति सिंह और प्रियंका मौर्या ने बीजेपी को चुना। प्रदेश की बहू बेटियां खुद को बीजेपी में ही सुरक्षित महसूस करती हैं।
कैराना और मुजफ्फरनगर समेत दूसरे दंगों का उदाहरण देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि सपा के कार्यकाल में प्रदेश में घर जलते थे लेकिन हमारी सरकार में घाटों पर दिए जलते हैं। मोदी जी ने देश और प्रदेश को योगी जी ने सुरक्षा दी। यही कारण है कि पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ वही अखिलेश के कार्यकाल में हर चौथे दिन दंगे और मायावती के शासन में घोटाले होते थे। समाजवादी पार्टी को ये जान लेना चाहिए कि 'जनता इनसे खफा है और यूपी में यही हवा है'।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा ईमानदार व्यक्ति और बेदाग छवि वाला होना सबके बस की बात नहीं है। प्रदेश के युवाओं ने योगी जी को साल 2017 में चुना था। साल 2014 साल 2017 और साल 2019 में देश और प्रदेश के युवाओं ने मतदान के माध्यम से दिखा दिया था कि वह योगी और मोदी जी के साथ हैं। यूपी में युवाओं की तादाद अधिक है और आज का युवा विकास चाहता है। इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि आगामी चुनाव में युवा बीजेपी के साथ है।
समाजवादी पार्टी पर अनुराग ठाकुर ने हमला बोलते हुए कहा कि इंसल्ट एंड टेरर सपा का असली चेहरा है। जिसमें अतीक, यूनुस खान और नाहिद हसन जैसे गुंडे और दंगाई हैं। जिनकी वजह से उद्योगपतियों और लोगों को पलायन करना पड़ जाता था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में माफिया, गुंडे और दंगाइयों पर न सिर्फ बुलडोजर चलाया बल्कि प्रदेशवासियों को सुरक्षा का चक्र भी दिया जिसके कारण यूपी में निवेश, यूपी में रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा, महिलाओं का सम्मान, किसानों और युवाओं के चेहरों पर मुस्कान खिल सके।