लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 403 विधानसभा सीटों में से 300 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर चुकी है। इनमें से कुछ की घोषणा भी कर चुकी है। इनमें से करीब 90 प्रत्याशी दलित समाज से हैं। उनकी संख्या अभी और बढ़ेगी। दूसरी ओर उसके कार्यकर्ता पार्टी पर टिकट बेचने का आरोप लगा रहे हैं।
बसपा कार्यकर्ता अरशद राणा ने फूट-फूट कर रोते हुए यह दावा किया कि उन्हें आगामी चुनावों के लिए होर्डिंग लगाने के बावजूद अंतिम समय में टिकट से वंचित कर दिया गया। यूपी चुनाव में टिकट देने का वादा किया गया था।
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं 24 साल से पार्टी में काम कर रहा हूं। 2018 (2002 यूपी चुनावों के लिए) में औपचारिक रूप से चरथावल से उम्मीदवार घोषित किया गया था। अभी पार्टी से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। 50 लाख रुपए की व्यवस्था करने को कहा है। करीब साढ़े चार लाख रुपये पहले ही दे चुके थे।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सलमान सईद को चरथावल विधानसभा सीट उम्मीदवार बनाया है। मायावती ने पहले ही घोषणा की है कि बीएसपी 2007 के सर्व-समाज वाले फॉर्मूले पर आगे बढ़ेगी जिसमें दलित, ब्राह्मण और अन्य वर्ग शामिल होंगे। मुस्लिम समुदाय में भी पार्टी की अच्छी पकड़ है। उत्तर प्रदेश में दलित आबादी 20 फीसदी से अधिक, ब्राह्मण 13 फीसदी और मुस्लिम आबादी करीब 20 फीसदी है।
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से सात चरण में विधानसभा चुनाव होंगे। चुनाव का परिणाम 10 मार्च को घोषित होगा। चुनाव आयोग के कोविड प्रतिबंध के तहत 15 जनवरी तक चुनाव प्रचार केवल वर्चुअल माध्यम से करने के निर्देश दिए हैं।