लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल तेज होने के साथ-साथ पार्टी छोड़ने और शामिल होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के दो नेता और कांग्रेस के एक विधायक बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वहीं, मंगलवार को योगी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि वह 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। दिल्ली में कांग्रेस विधायक नरेश सैनी, एसपी नेता हरिओम यादव एवं डॉ. धर्मपाल सिंह भगवा पार्टी में शामिल हुए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस एवं सपा के दोनों नेताओं ने भाजपा का दामन थामा। इस मौके पर उन्हें पार्टी का सदस्य बनाया गया। बेहट से कांग्रेस विधायक सैनी ने इसके पहले कहा था कि वह कांग्रेस में रहकर ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन उन्होंने आज अपना मन बदल लिया। हरिओम सिरसागंज से विधायक हैं जबकि डॉ. धर्मपाल सपा के पूर्व एमएलए हैं।
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वहीं, भाजपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया है कि वह 14 जनवरी को सपा का दामन थामेंगे। मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया कि वह सपा में शामिल होने जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को मौर्य अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल होंगे। मौर्य के साथ सपा में शामिल होने वाले उनके समर्थकों को भी पार्टी में जगह दी जाएगी।
मौर्य ने कहा, 'मैं आगामी 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होऊंगा। मुझे किसी छोटे अथवा बड़े नेता का फोन नहीं आया है। यदि वे समय रहते जागरूक होते और लोगों से जुड़े मुद्दों पर काम किया होता तो भारतीय जनता पार्टी को यह दिन नहीं देखना पड़ता।'
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पिछले दो दिनों से भाजपा की बैठक दिल्ली में हो रही है तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आज लखनऊ स्थित अपने आवास पर बैठक की। इस बैठक में उनके चाचा शिवपाल यादव एवं गठबंधन में शांमिल सहयोगी दलों के नेताओं ने शिरकत की। सपा अध्यक्ष यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि प्रदेश की ज्यादातर ओबीसी पार्टियां उनके साथ हैं।