एक महिला, तीन महीने पहले राजनीति में आई। आते ही कांग्रेस पार्टी की पोस्टर गर्ल बन गईं। लड़की हूं लड़ सकती हूं के पोस्टर पर इनकी बड़ी बड़ी फोटो लगी। लेकिन महज तीन महीने में प्रियंका का मन बदल गया। विचारधारा बदल गई और आज उन्होंने पार्टी भी बदल लीं। लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली अब बीजेपी से चुनाव लड़ेंगी!
लेकिन कांग्रेस की पोस्टर गर्ल ने कांग्रेस से ही लड़ाई कर ली और हाथ मिलाया धूर विरोधी भारतीय जनता पार्टी से और पार्टी ज्वाइन करते ही कांग्रेस पार्टी पर तीखा वार कर दिया। अब पोस्ट गर्ल बीजेपी में गई तो कांग्रेस पार्टी को मिर्ची लगी। लेकिन सवाल उठता है ऐसा क्या हो गया कि पोस्टर गर्ल को पार्टी छोड़कर जाना पड़ा। खुद प्रियंका मौर्य से ही सुनिए क्या वजह बता रही हैं।
काम करना है दायरा बढ़ाना है। ये सब तो ठीक है सारे नेता बोलते हैं। लेकिन असल सवाल तो इसके बाद आया। कुल मिलाकर प्रियंका कह रही हैं कि टिकट की लालच नहीं है लेकिन यहां उनका एक पुराना बयान सुना देते हैं।
दरअसल मौर्य लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से रुद्रदमन सिंह को टिकट दे दिया। इसी के बाद नाराज होकर प्रियंका मौर्य से कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या बीजेपी प्रियंका मौर्य के इस सीट से टिकट देगी।
टिकट मिलेगा या नहीं ये तो चंद दिनों में साफ हो जाएगा लेकिन तीन महीने पहले ही राजनीति में आने वाली प्रियंका मौर्य से एक सवाल है कि राजनीति में आने का असल उद्देश्य क्या है। चुनाव लड़ना या जनता की सेवा करना।