पणजी : गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को कई नेताओं की बगावत का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर के साथ-साथ प्रदेश के पूर्व CM और केंद्र में मंत्री रहे दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी शामिल हैं। बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद इन दोनों नेताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
उत्पल पर्रिकर लगातार बीजेपी द्वारा उम्मीदवारों के चयन को लेकर सवाल उठाते रहे हैं और अब एक बार फिर उन्होंने इस मसले को जनता के बीच ले जाने की बात कही है। उन्होंने पणजी से टिकट के लिए दावेदारी की थी, जो उनके पिता की परंपरागत सीट रही है, लेकिन बीजेपी ने यहां से निवर्तमान विधायक आटांसियो मोंसेराते को ही प्रत्याशी बनाया। उत्पल पर्रिकर पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से नाराज थे।
बीजेपी से बागी हुए मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर, पणजी से ही लड़ेंगे चुनाव
पणजी से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद उत्पल पर्रिकर ने कहा था कि यह उनके लिए मुश्किल फैसला रहा। लेकिन वह जो कुछ भी कर रहे हैं गोवा के लोगों के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा था, 'मैं उन मूल्यों के लिए लड़ रहा हूं, जिन पर मैं विश्वास करता हूं। जहां तक मेरे राजनीतिक भविष्य की बात है, पणजी के लोग इसका फैसला लेंगे।'
बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद बोले उत्पल पर्रिकर, 'भाजपा हमेशा मेरे दिल में रहेगी'
गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी पर पणजी से गलत उम्मीदवार के चयन का आरोप लगाया था और अब एक बार फिर उन्होंने इस मसले को जनता के बीच ले जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह पणजी में हर व्यक्ति से मिलने का प्रयास करेंगे और बताएंगे कि कैसे उन्हें बदले हालात के बीच पणजी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लेना पड़ा। पूर्व बीजेपी नेता ने कहा कि वह बस लोगों को प्रत्याशियों को लेकर अच्छे विकल्प देना चाहते हैं।