yogi aditaynath contest in Gorakhpur:यूपी का विधानसभा चुनाव का छठा चरण सभी दलों की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है। क्योंकि इसमें भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैदान में हैं। उनके चेहरे पर भाजपा चुनाव लड़ रही है। इस चरण में भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा के कई बड़े चेहरों की परीक्षा होनी है इस चरण में 57 सीटों के लिए मतदान होना है।
भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह भाजपा के प्रत्याशी हैं। भाजपा ने उन्हें इस चुनाव में अपना चेहरा घोषित कर रखा है। सपा ने उनके सामने सवर्णों और सहानभूति वोट पाने के लिए सुभावती शुक्ला को उतारा है। बसपा ने मुस्लिम मतों में सेंधमारी के लिये ख्वाजा शम्सुद्दीन को उतारा है।
खुद मुख्यमंत्री गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ रहे हैं तो पार्टी को उनसे केवल अपनी सीट जीतने की उम्मीद नहीं है। बल्कि पार्टी उनसे यह उम्मीद कर रही होगी कि वह 2017 से बेहतर प्रदर्शन करके दिखाए। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर 46 सीटों से ज्यादा आंकड़ा पहुंचाने का दबाव रहेगा। खास तौर पर जब बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, महाराजगंज,कुशीनगर, देवरिया ऐसे जिले हैं जहां योगी के साथ-साथ मठ का भी प्रभाव है।
गौर हो कि यूपी चुनाव 2022 के छठे चरण के लिए तीन मार्च को चुनाव होगा। इस चरण में गोरखपुर में भी मतदान होगा। सपा से सुभवती शुक्ला मैदान में हैं। सुभावती के पति, दिवंगत उपेंद्र दत्त शुक्ला, भाजपा के उपाध्यक्ष थे और योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी प्रतिद्वंद्विता स्थानीय हलकों में प्रसिद्ध है।
सुभावती अपने अभियान में 'ब्राह्मण गौरव और पहचान' का उपयोग कर रही हैं और क्षेत्र में ब्राह्मण-ठाकुर प्रतिद्वंद्विता को भुनाने की उम्मीद कर रही हैं। वहीं भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर मैदान में एक और उम्मीदवार हैं।
पहली बार चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ खड़े होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ अपने चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वह नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं और सभाओं को संबोधित कर रहे हैं उन्होंने सोमवार शाम को एक रोड शो निकाला, जिसमें गोरखपुर में उनकी लोकप्रियता को दिखाया गया।