नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को यह कहते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा कि 'सरकार का राष्ट्रवाद खोखला है।' सिंह ने कहा कि सरकार को आर्थिक नीतियों की कोई समझ नहीं है। पड़ोसी देश चीन एक महीने से सीमा पर बैठा हुआ है लेकिन इसे दबाने की कोशिश की जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के पास आर्थिक नीतियों की कोई समझ नहीं है। केवल यही बात नहीं है। विदेश नीति पर भी सरकार नाकाम हुई है। चीन हमारी सीमा पर बैठा है और सरकार इस बात को दबाने की कोशिश कर रही है।'
विदेश नीति, महंगाई एवं बेरोजगारी पर सरकार को घेरा
किसान आंदोलन, विदेश नीति, महंगाई एवं बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए सिंह ने कहा कि राजीतिक लाभ पाने के लिए कांग्रेस ने कभी भी देश को विभाजित नहीं किया और न ही पार्टी ने कभी सच्चाई छिपाई। फिरोजपुर में पीएम मोदी के काफिले के फंसने का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम की सुरक्षा को लेकर भाजपा ने सीएम चन्नी एवं राज्य के लोगों को अपमानित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'लोगों को कांग्रेस के अच्छे कार्य याद हैं। देश में गरीब और गरीब हो रहे हैं जबिक अमीर पहले से ज्यादा अमीर हो रहे हैं।'
'पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश हुई'
सिंह ने कहा, 'किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब एवं पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। दुनिया पंजाबियों की बहादुरी, देशभक्ति एवं बलिदान को सलाम करती है लेकिन एनडीए सरकार इस बारे में कोई चर्चा नहीं करती।' पूर्व पीएम ने कहा कि भाजपा का राष्ट्रवाद अंग्रेजों के बांटो और शासन करो की नीति पर आधारित है। देश में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।
'सरकार समस्याओं के लिए नेहरू को जिम्मेदार बता रही'
पूर्व पीएम का यह वीडियो ऐसे समय आया है जब पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। पंजाब चुनाव के लिए चुनाव प्रचार इस समय जोरों पर है। पंजाब में एनडीए से प्रचार के लिए पीएम मोदी की लगातार रैलियां हो रही हैं। राजनीतिक दल एक दूसरे पर तीखा हमला कर रहे हैं। सिंह ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘एक ओर देश महंगाई और बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है, तो दूसरी ओर पिछले साढ़े सात साल से सत्ता पर काबिज मौजूदा सरकार अपनी गलतियां स्वीकार करने और सुधार करने के बजाय, लोगों की समस्याओं के लिए अब भी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दोषी ठहरा रही है।’