उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया है और भाजपा भी छोड़ दी है। उनके अलावा 3 और विधायकों ने आज बीजेपी छोड़ दी है। आज कुल 4 इस्तीफे हुए हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा विधायक रोशन लाल वर्मा (शाहजहांपुर), बृजेश प्रजापति (बांदा) और भगवती सागर (कानपुर) ने इस्तीफा दिया है। इस बीच NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि 13 विधायक समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने जा रहे हैं।
पवार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम समाजवादी पार्टी और अन्य छोटी पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव की तलाश में है। हम निश्चित रूप से राज्य में बदलाव देखेंगे। विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो रहा है। इसका करारा जवाब यूपी की जनता देगी।
इससे पहले कम से कम 3 और भाजपा विधायक सपा में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ चुके थे। भाजपा के मौजूदा विधायक माधुरी वर्मा (बहरीच), राधा कृष्ण शर्मा (बदायूं), दिग्विजय नारायण चौबे (संत कबीर नगर) पिछले एक महीने में सपा में शामिल हो चुके हैं।
राजभर ने किया बड़ा दावा
स्वामी प्रसाद मौर्य के योगी मंत्रीमंडल से इस्तीफा देते ही अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ तस्वीर शेयर की और उन्हें समाजदवादी पार्टी में शामिल होने की बधाई दी तो उधर ओपी राजभर ने बड़ा दावा कर दिया कि बीजेपी के 3 से 4 मंत्री आज शाम तक इस्तीफा दे देंगे। उनका दावा है कि बीजेपी के कई बड़े नेता संपर्क में हैं। बीजेपी के डेढ़ दर्जन मंत्री संपर्क में हैं। बीजेपी में लोग टिकट के लिए परेशान हैं। जो लालची होता है वहीं जाता है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने तो दावा कर दिया कि बीजेपी हार की पार्टी है और कई लोग उनकी पार्टी में ज्वॉइन करेंगे।
क्या इन कारणों के चलते स्वामी प्रसाद मौर्य ने छोड़ी BJP? 2016 में BSP से भाजपा में आए थे
50 विधायक बताए जा रहे नाराज
खबरों की माने तो बीजेपी के कई विधायक टिकट ना मिलने से नाराज हैं। करीब 45 से पचास विधायक ऐसे हैं जिनका टिकट कट सकता है यही वजह है कि विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं। मंत्री दारा सिंह चौहान, धर्म सिंह सैनी, विधायक विनय शाक्य, भगवती प्रसाद समेत तमाम नेताओं का नाम सामने आ रहा है लेकिन इस बीच बीजेपी नाराज नेताओं को मनाने में जुट गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल को नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा सौंपा है लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्या कह रहे हैं कि अब बातचीत का दौर जा चुका है।
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