यूपी विधानसभा के पहले चरण में मतदान का आगाज पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 10 फरवरी को होगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और रालोद, बीजेपी को परास्त करने की तैयारी में जुट गए हैं। शुक्रवार को एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने वादों को जनता के सामने पेश किया तो दूसरी तरफ बीजेपी सरकार पर जमकर हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि वो कभी सीएम योगी आदित्यनाथ से बिजली के कारखानों के बारे में सवाल करते हैं तो उसका जवाब नहीं मिलता है। बीजेपी के पास उपलब्धि के नाम पर कुछ भी नहीं हैं। वो जनता को भरोसा दिलाना चाहते है कि मार्च के बाद यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद जिन योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है उन्हें दोबारा शुरू की जाएगी।
अखिलेश यादव- जयंत चौधरी के साझे वादे
बीजेपी का न्योता कौन स्वीकार कर रहा
बीजेपी का न्योता कौन स्वीकार कर रहा है।, हालात ऐसे बने कि बीजेपी को दूसरे दलों के लोगों को न्योता देना पड़ा।बीजेपी के नेता पुराने सवाल उठा रहे हैं, बीजेरी कुछ भी झूठ बोल सकती है।बिहार और प्रयागराज में युवाओं के साथ क्या क्या हुआइस बार बीजेपी का राजनीतिक पलायन होगा। सीएम ने कभी बिजली के कारखानों का नाम नहीं लियाचुनाव आयोग गाइडलाइंस का पालन करेंगे।युवाओं को रोजगार के बदले लाठी मिली।आरक्षण की मूल भावना से खिलवाड़ ना हो।
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चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप
जयंत चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग विपक्षी दलों से भेदभाव कर रहा है। विपक्षी उम्मीदवारों को वीडियो वैन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों में सरकार के प्रति गहरी नाराजगी है। वो सरकारी कर्मचारियों से अपील करेंगे कि वो अपने पोस्टल बैलट पेपर का इस्तेमाल होशियारी से करें।