नई दिल्ली: कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा और ओ पी सोनी का नाम भी शामिल हैं। इस बीच चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह जो वीआरएस लेकर आए थे उन्हें तक टिकट नहीं मिल सका। डॉ. मनोहर सिंह ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चन्नी अपने भाई को मना पाते हैं कि नहीं।
खरड़ सिविल अस्पताल से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद से इस्तीफा देने वाले मनोहर सिंह की नजर बस्सी पठाना से चुनाव लड़ने पर थी। इसके बजाय कांग्रेस ने बस्सी पठाना विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को ही मैदान में उतारा है। खफा मनोहर सिंह ने कहा कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। कहा जा रहा है कि चन्नी भाई को टिकट दिलाना चाह रहे थे लेकिन टिकट बंटवारे में सिद्धू की ही ज्यादा चली है।
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कांग्रेस ने चार मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है जिनमें बलविंदर सिंह लड्डी भी शामिल है जो पिछले दिनों भाजपा में शामिल होने के छह दिन के भीतर ही पार्टी में वापस आ गए थे। पार्टी ने लड्डी के अलावा मोगा से विधायक हरजोत कमल सिंह, बलुआना से विधायक नाथू राम और मालौट से विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष अजायब सिंह भट्टी के टिकट काटे गए हैं।
कुछ समय पहले कांग्रेस में शामिल हुए विवादित पंजाबी गायक सिद्धू मुसेवाला हरजोत कमल की जगह मानसा से और अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद मोगा से चुनाव चुनाव मैदान में होंगी। मुख्यमंत्री चन्नी चमकौर साहिब से एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे। वह रूपनगर जिले की इस सीट से साल 2007 से लगातार विधायक हैं।