Punjab New CM Bhagwant Mann: इन दिनों यूक्रेन और रुस के बीच हो रहे युद्ध में सबसे ज्यादा चर्चा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की हो रही है जो कॉमेडियन से देश के राष्ट्रपति बने और अब युद्ध के दौरान मोर्चा संभाले हुए हैं। यूक्रेन से 4500 किमी की दूरी पर स्थित भारत के पंजाब राज्य की कमान पंजाबी फिल्मों में बतौर कॉमेडियन शुरुआत करने वाले भगवंत मान संभालने जा रहे हैं।
भगवंत मान को आम आदमी पार्टी ने हालिया विधानसभा चुनाव से पहले अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था। वो आजादी के बाद प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री होंगे।
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने धुरी विधानसभा सीट से जीत हासिल कर ली है। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार दलबीर सिंह गोल्डी को मात दी।
साल 2014 में चुने गए थे सासंद
भगवंत मान ने साल 2014 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर संगरूर सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वो साल 2019 में भी अपनी सीट बचा पाने में सफल रहे। इस बार विधानसभा में वो जिस सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे थे वो उनके लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही आती है।
संगरूर के सतोज गांव में हुआ था जन्म
भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में जाट सिख परिवार में हुआ था। भगवंत मान शुरुआत से ही भारतीय राजनीति के विषयों पर कॉमेडी करते थे। उनका पहले कॉमेडी एल्बम जगतार जग्गी के साथ आया था। दोनों ने साथ में ईटीसी पंजाबी के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी जिसका शीर्षक 'जुगनू केंदा है' ( जुगनू कहता है) था। दस साल बाद वो एक दूसरे से अलग हो गए। इसके बाद में मान ने राणा रणबीर के साथ साझेदारी की। उन्होंने ईटीसी पंजाबी के लिए एक नए कार्यक्रम जुगनू मस्त-मस्त की शुरुआत की।
ग्रेट लाफ्टर चैलेंज से मिली थी अखिल भारतीय पहचान
साल 2008 में भगवंत मान स्टार प्लस के कॉमेडी शो ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में भाग लिया था। लेकिन वो उस शो में जीत हासिल नहीं कर सके थे। उनकी अभिनीत एक फिल्म मैं मां पंजाब दी( मैं पंजाब की मां) को नेशनल अवार्ड भी मिला था।
साल 2011 में थामा था पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब का दामन, विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
भगवंत मान के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2011 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब के साथ होगी। साल 2012 में पंजाब विधानसभा चुनाव में वो लेहरा सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें हार सामना करना पड़ा।
साल 2014 में दर्ज की थी 2 लाख वोटों से जीत
साल 2014 में आम चुनाव से पहले भगवंत मान ने आप का दामन थामा और संगरूर से लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे और विजयी रहे। 2014 में आम आदमी पार्टी को पंजाब में चार सीटें लोकसभा चुनाव में मिली थी जिसमें वो भी एक विजयी उम्मीदवार थे। उन्होंने दो लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी।
समाजसेवा से की थी शुरुआत
भगवंत मान ने सामाजिक सरोकारों की शुरुआत गैर सामाजिक संस्था लोक लहर फाउंडेशन के साथ की थी। उन्होंने अपनी एनजीओ के बैनर तले कैंसर पीड़ितों और दिव्यांग बच्चों की मदद की, जो प्रदूषित पानी की वजह से इसकी चपेट में आए थे।
परिवार में कौन-कौन
भगवंत मान के पिता का नाम मोहिंदर सिंह और माता का नाम हरपाल कौर है। उन्होंने इंद्रप्रीत कौर के साथ शादी की थी जिनसे उन्होंने सांसद बनने के एक साल बाद तलाक ले लिया था। उनका एक बेटा और एक बेटी है दोनों बच्चे मां के साथ अमेरिका में रहते हैं।
कितने शिक्षित हैं भगवंत मान
भगवंत मान 12वीं पास हैं। उन्होंने पटियाला के शहीद उधम सिंह कॉलेज से बीकॉम करने के लिए प्रवेश लिया था लेकिन पहले साल के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और ग्रेजुएशन नहीं कर सके।