2019 के आम चुनाव में यूपी की दो सीटों अमेठी और रायबरेली पर हर किसी की खास नजर थी। दरअसल अमेठी सीट से तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बगल वाली सीट यानी रायबरेली से सोनिया गांधी हरा रही थीं। अमेठी सीट से एक बार फिर बीजेपी की फायरब्रांड नेता स्मृति ईरानी चुनावी मैदान में थीं। राहुल गांधी अमेठी के साथ साथ वायनाड से भी किस्मत आजमां रहे थे। नतीजे जब आए तो वो चौंकाने वाले थे। राहुल गांधी, स्मृति ईरानी के हाथों चुनाव हार गए थे। उस चुनावी हार के बाद राहुल गांधी करीब ढ़ाई साल बाद अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ अमेठी के दौरे पर हैं।
अमेठी में हिंदू और हिंदुत्व में राहुल गांधी ने बताया फर्क
अमेठी में भी जयपुर की तरह राहुल गांधी ने कहा जो सच्चाई के लिए लड़े वो हिंदू है और जो नफरत फैलाए वो हिंदुत्ववादी। इसके साथ यह भी कहा कि अमेठी की हर गली भी आज वैसी ही है, फर्क सिर्फ इतना सा है कि जनता की आंखों में सरकार के लिए आक्रोश है। अमेठी में उन्होंने कहा कि वो भले ही इस समय सांसद की हैसियत से लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन अमेठी और यहां के लोग हमेशा उनके दिल में हैं।
मौजूदा सरकार पहले कानून बनाती है, फिर पलट जाती है
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा कि उसका कृषि कानून किसानों के हित में है। लेकिन एक साल के पीएम मोदी को समझ में आया कि फैसला गलत था तो माफी मांग ली। इसी तरह चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी सभी फैसले आम लोगों की कमर को तोड़ने वाले साबित हुए। कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के मकसद से इस तरह के कानून बनाए जा रहे हैं। जनता भी अब मोदी या योगी सरकार के छलावे में नहीं आने जा रही है। इसके साथ ही कहा कि केंद्र सरकार चीन के मुद्दे पर लगातार झूठ बोल रही है। हकीकत में चीन ने दिल्ली के बराबर जमीन जीत ली है। इसके साथ ही बेरोजगारी और मंहगाई पर पीएम मोदी चुप्पी साध लेते हैं।