कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाने वाले आरपीएन सिंह ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है और बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी के केंद्रीय दफ्तर में उन्होंने सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी दफ्तर वो अपने दोस्त और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पहुंचे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वो चाहते थे कि आरपीएन सिंह बीजेपी का हिस्सा बनकर मोदी जी के नेतृत्व को और मजबूत बनाएं। जब उनकी ज्यादा जान पहचान नहीं थी और एक बार नॉर्थ ब्लॉक में उनसे मुलाकात कर कहा कि आप सही व्यक्ति गलत दल हैं। ब
बीजेपी में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह
बीजेपी में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। इसके साथ यह भी कहा कि कुछ ही वर्षों में हमारे पीएम मोदी ने हमारी ऐतिहासिक संस्कृति को नए युग से जोड़ा है। 32 साल तक मैं एक पार्टी में था। मैं अपनी पार्टी के प्रति ईमानदार था। लेकिन पार्टी वैसी नहीं है। उनकी मानसिकता भी बदल गई हैऊपर भारत का दिल है। पिछले 7 सालों में यूपी में बहुत बड़ा विकास हुआ है। इसे सभी ने देखा है। डबल इंजन सरकार ने यूपी के लिए काम किया है
इससे पहले ट्वीट के जरिए उन्होंने अपनी नई राजनीतिक यात्रा के बारे में संकेत दिया। चुनाव से पहले उनके इस्तीफे से कांग्रेस को पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़ा नुकसान माना जा रहा है। यूपी की सियासत खासतौर से पूर्वी यूपी में देवरिया, पडरौना और महाराजगंज के कुछ खास हिस्सों में इनका प्रभाव माना जाता है। बता दें कि आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने से संबंधित खबर 20 जनवरी को दिखाई थी।
आरपीएन सिंह ने बीजेपी में शामिल होने का किया ऐलान, खास ट्वीट
विपक्षी नेताओं का क्या है कहना
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरपीएन सिंह को कायर बताया। उन्होंने कहा कि कोई कायर लंबी लड़ाई नहीं लड़ सकता।
समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आरपीएन सिंह राजपरिवार से आते हैं, जनता से उनका लेना देना नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पडरौना की जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
आरपीएन सिंह पर अब झारखंड कांग्रेस के एक विधायक अंबा प्रसाद ने ट्वीट के जरिए बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वो झारखंड सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश कर रहे थे।
आरपीएन सिंह का इस्तीफानामा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे खत में उन्होंने कहा कि वो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हैं। पार्टी में रहते हुए उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई उसके लिए शीर्ष नेतृत्व को शुक्रिया। बता दें कि कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह को यूपी चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाया था।
कौन हैं आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह कुशीनगर के रहने वाले हैं और वो सैंथवार जाति से संबंध रखते हैं। यूपीए-2 के दौरान वो केंद्रीय गृह राज्यमंत्री भी रहे चुके हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कई राज्यों का प्रभारी बनाया था। इनके पिता सीपीएन सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता थे।कुशीनगर से सांसद भी रहे थे। 1980 में इंदिरा सरकार में रक्षा राज्यमंत्री बनाया गया था। आरपीएन सिंह 1996 में पहली बार पडरौना से विधायक चुने गए और 2009 तक विधायक रहे। 2009 में वो कुशीनगर से लोकसभा सांसद बने। आरपीएन सिंह का पूरा नाम कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह है। न्हें पडरौना का राजा साहेब भी कहा जाता है। पत्रकार सोनिया सिंह से उन्होंने शादी की थी।