सियासी समर के बीच यूपी का उन्नाव जिला फिर चर्चा में है। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और मंत्री रहे स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के प्लॉट से जब एक दलित लड़की के शव की बरामदगी हुई तो राजनीति गरमा गई। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सपा पर निशाना साधने के साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय देने की अपील की। इसके साथ ही बीजेपी ने कहा कि सपा के बारे में जो भी कुछ कहा जा रहा है उसका प्रमाण सामने है, सपा का मतलब ही गुंडाराज है, हालांकि सपा की सहयोगी सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हार के डर से परेशान बीजेपी बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
कभी बीजेपी की हुई थी किरकिरी
आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच उन्नाव के कुलदीप सिंह सेंगर केस को कौन भूल सकता है जिसमें बीजेपी को बैकफुट पर आना पड़ा था। कुलदीप सिंह सेंगर बीजेपी के विधायक थे और उनके ऊपर उनकी ही गांव की एक लड़की ने संगीन आरोप लगाए। उस मुद्दे पर सियासी तपीश से बचने के लिए बीजेपी ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बाहर का रास्ता दिखा दिया। कुलदीप सिंह सेंगर इस समय जेल में सजा काट रहे हैं। लेकिन उनकी वजह से बीजेपी को कई दफा सियासी तौर पर बैकफुट पर आना पड़ा।
बैकफुट पर समाजवादी पार्टी !
जिस तरह से बीजेपी को विपक्ष के हमले का सामना करना पड़ा था। ठीक वैसे ही इस समय समाजवादी पार्टी बैकफुट पर है। ताजा मामले में पीड़िता की मां ने दिसंबर के महीने में न्याय की गुहार लगाने के लिए लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की कार के सामने कूद गई थी। अब जब इस मामले में नई नई जानकारियां सामने आ रही हैं उसके बाद समाजवादी पार्टी को बचाव करना मुश्किल हो गया है। समाजवादी पार्टी ने बचाव में कहा कि हार की डर से बीजेपी अब तुच्छ राजनीति कर रही है।
Unnao : कौन है उन्नाव का राजोल सिंह, जिसके प्लाट में दफन था दलित लड़की का शव