नई दिल्ली: इस कार्यक्रम में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, भगवती सागर और विनय शाक्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. समाजवादी पार्टी ने बचाव किया, 'यह हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक आभासी घटना थी। हमने किसी को फोन नहीं किया लेकिन लोग आ गए।' मौर्य ने कहा कि किसी ने भी समाज के लिए नहीं किया है। हम संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए और झूठे नारों के खिलाफ हैं।
टाइम्स नाउ नवभारत के साथ बात करते हुए हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, 'मतदाता नेता से भी ज्यादा चतुर है, वो मतदान कहां करना है वो हमसे ज्यादा जानता है। वो ही हमको बताता है कि कहा रहना है कहां नहीं रहना है। मतदाता ही आगाह करता है कि क्या निर्णय लेना है। बेटी बेटा चुनाव लड़े ये कोई जरूरी है। हम एक बेटे व बेटी के चक्कर में कोई छोटी राजनीति नहीं करूंगा मैं। 32 साल की राजनीति कर चुका हूं। अभी छोड़ने वालों की लाइन लगेगी और ये संख्या काफी ज्यादा होगी।' स्वामी प्रसाद मौर्य का ये इंटरव्यू यहां देख सकते हैं।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार से बगावत कर इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा विधायक जिन्होंने पहले अपना इस्तीफा दे दिया था, वे भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में पार्टी कार्यालय में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
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