समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिन्ना में कोई खराबी नहीं आती। उन्हें लगता है कि जिस तरह सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश की आजादी में योगदान दिया था, उतना ही योगदान मोहम्मद अली जिन्ना का भी था। लेकिन वो अपने इस बयान के बाद बीजेपी के निशाने पर हैं। बीजेपी के नेता बार बार इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी की घेराबंदी करते हैं। हाल ही में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी उन पर निशाना साधा।
केशव प्रसाद मौर्य ने दी सलाह
डिप्टी सीएम केपी मौर्य कहते हैं, "(समाजवादी पार्टी के प्रमुख) अखिलेश यादव को अपना नाम 'अखिलेश अली जिन्ना' और अपनी पार्टी का नाम 'जिन्नावाड़ी पार्टी' में बदलना चाहिए। लेकिन न तो (मुहम्मद अली) जिन्ना और न ही अतीक अहमद या (मुख्तार) अंसारी उन्हें इस चुनाव में जीतने में मदद कर सके।
समाजवादी पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं
उन्होंने कहा कि दरअसल समाजवादी पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है। जब वो सरकार में थे तो काम नहीं किया अब जब चुनाव आ गया है तो लोगों को भरमाने की कोशिश में जुट गए हैं। इन लोगों ने अपने शासनकाल में केवल शिलान्यास का काम किया उसे अंजाम तक नहीं पहुंचाया। लेकिन हर चीज का श्रेय लेने में जुट गए हैं। अब जब जनता उसे भी नकार दे रही है तो जिन्ना के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उससे किसी तरह का फायदा नहीं होने वाला है। जो पार्टी गुंडों को प्रश्रय देती रही हो उससे आप बेहतर कानून व्यवस्था की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। जो लोग कुछ साल तक कानून को अपने जेब में समझते थे वो आज कहां है पूरे प्रदेश की जनता देख रही है।