लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव का समय नजदीक आते ही चुनावी रण ने अपनी रंगत पकड़ ली है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नेता एक-दूसरे पर तीखे हमले भी कर रहे हैं। मथुरा में गत दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी की कानून-व्यवस्था को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। योगी सरकार के कार्यकाल के अपराध की तुलना अखिलेश सरकार की कार्यकाल से करते हुए शाह ने कहा कि 'अखिलेश बाबू कानून व्यवस्था पर बोल नहीं सकते।' अब भाजपा नेता की इस चुनौती को अखिलेश ने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने अपराध पर चर्चा के लिए हामी भर दी है। अखिलेश ने रविवार को कहा कि वह किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं।
अखिलेश ने रविवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'हम हर चुनौती के लिए अभी तैयार हैं...सच को तैयारी की जरूरत नहीं पड़ेगी...वो जगह बताएं, समय बताएं।' रविवार को मुजफ्फरनगर में 'मतदाता संवाद' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भी अमित शाह ने सपा अध्यक्ष को चुनौती दी। अखिलेश पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि सपा अध्यक्ष को झूठे दावे करने में शर्म नहीं आती। वह झूठ भी इस तरह बोलते हैं कि लगे कि वह सच है। अखिलेश यादव राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमलावर हैं।
शाह ने कहा था, 'हिम्मत है तो अपने समय के आंकड़े लेकर प्रेस वार्ता करें।' गृह मंत्री ने कहा कि अपराध के आंकड़ें अपनी कहानी खुद कहते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार में डकैती में 70 प्रतिशत की कमी, लूट में 72 प्रतिशत, हत्या में 29 प्रतिशत, अपहरण में 35 प्रतिशत की कमी हुई है। इसका जवाब अखिलेश को देना चाहिए। अखिलेश के शासन में सुशासन नहीं था, कानून-व्यवस्था चरमरा गई थी।
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सपा प्रमुख ने रविवार को भाजपा पर अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के आपराधिक छवि के प्रत्याशियों का शतक पूरा होने में बस एक की कमी रह गई है। अखिलेश ने अपने ट़्वीट में कहा, ‘बाबा जी (योगी आदित्यनाथ) की ब्रेकिंग न्यूज : भाजपा के आपराधिक छवि के प्रत्याशियों का शतक पूरा होने में बस एक की कमी...अब तक आपराधिक छवि के 99 उम्मीदवारों को टिकट दे (भाजपा) चुकी है।’ उत्तर प्रदेश में इस बार सात चरणों में चुनाव हो रहा है। पहले चरण में 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।