नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED)के पूर्व संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने सोमवार को ट्विटर पर अहम जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत सरकार ने सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के उनके अनुरोध को मंजूर कर लिया है और वह जल्द ही राजनीति में शामिल होंगें। इससे पहले भी उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे और कहा जा रहा था कि वो सुल्तानपुर या लखनऊ की किसी एख सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो राजेश्वर सिंह के आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव में सुल्तानपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना है। अपने पत्र में कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत को विश्व शक्ति और विश्व गुरु बनाने का संकल्प लिया है, मैं भी राष्ट्रीय निर्माण की इस प्रक्रिया के मिशन में भागीदार बनूंगा और दृढ़ विश्वास में योगदान दूंगा।' सिंह, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में भी सेवा दे चुके हैं, ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने महिलाओं, बच्चों और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने का प्रयास किया।
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ईडी में अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए, सिंह ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि उन्होंने 'राष्ट्रीय प्रभाव और सार्वजनिक महत्व के कई घोटालों का खुलासा और जांच की। इसमें मेरे अधीन में की गई जांच शामिल है, जैसे- 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, आम्रपाली घोटाला, नोकिया पोंजी घोटाला, गोमती रिवरफ्रंट घोटाला आदि, और इनमें कई सफेदपोश अपराधियों को जेल भेजा गया था।'
इस बीच, कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने सिंह का नाम लिए बिना ट्विटर के जरिए उन पर परोक्ष रूप से हमला किया। चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'ईडी से बीजेपी में शामिल होने के लिए वीआरएस लेना, पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी से मूल कंपनी में जाने जैसा है।'