राष्ट्रवाद : सियासत में मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं, यूपी में भले ही चुनाव है लेकिन राजनेताओं के दिलों में तनाव नहीं है। ऐसी ही एक तस्वीर आज संसद से सामने आई। जहां संसद से बाहर निकलते वक्त केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को सहारा देने के लिए आगे आ गए। मुख्तार अब्बास नकवी ने मुलायम सिंह का हाथ थामकर उन्हें संसद की सीढ़ियों से नीचे तक उतारा। यही नहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मुलायम सिंह के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। ये तब है जब यूपी की चुनावी टक्कर में बीजेपी और एसपी एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी यूपी की बाजी में डायरेक्ट एंट्री मारी। 5 जिलों की 21 विधानसभा सीटों पर वर्चुअल रैली के जरिए संबोधित करते हुए उन्हें ताबड़तोड़ पिछली समाजवादी सरकार के खिलाफ हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी भी मिशन यूपी पर खुद मैदान में उतर आए हैं। डबल इंजन सरकार वाले मोदी-योगी मॉडल को आगे रखकर यूपी की चुनावी जंग जीतने की कोशिश हो रही है। उधर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं जिनका जीत को लेकर जोश हाई है। वो उलटा योगी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने भाषण में युवाओं पर खास फोकस किया। उसकी एक बड़ी वजह है। जो हमारे ओपिनियन पोल में निकलकर सामने आई। यूपी में जब युवाओं से उनकी पसंद की पार्टी के बारे में पूछा गया तो पहला नंबर बीजेपी का रहा।
राष्ट्रवाद में आज का सवाल ये है
मोदी की एंट्री से पश्चिमी यूपी की बाजी पलटी?
मोदी-योगी मॉडल बनाम अखिलेश का 'जोश' ?
2022 में यूपी में 'बदला' Vs 'बदलाव' ?