Harak Singh Rawat News: आंखों में आंसू और दर्द भरा बयान, हरक सिंह रावत बोले- सोशल मीडिया से निष्कासन के बारे में पता चला

इलेक्शन
ललित राय
Updated Jan 17, 2022 | 10:51 IST

हरक सिंह रावत को बीजेपी ने ना सिर्फ सरकार से बर्खास्त कर दिया है बल्कि पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बताया जा रहा है कि वो कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन अपने निष्कासन पर उन्होंने क्या कहा आइए जानते हैं।

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Harak Singh Rawat News:हरक सिंह रावत बोले- सोशल मीडिया से बर्खास्तगी के बारे में पता चला 
मुख्य बातें
  • हरक सिंह रावत बोले- उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनेगी
  • सोशल मीडिया से पता चला कि बर्खास्तगी और निष्कासन हो गया है- हरक सिंह रावत
  • हरक सिंह रावत टिकट के लिए बेजा दबाव बना रहे थे- पुष्कर सिंह धामी

उत्तराखंड की राजनीति में हरक सिंह रावत खास नाम हैं। उनकी खास पहचान भी है। वो कभी कांग्रेस में रहे तो कभी बीजेपी का हिस्सा बने और मौजूदा समय में बीजेपी ने उन्हें बाहर का रास्ता  दिखा दिया है। पार्टी से निष्कासित किए जाने से पहले उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर किया गया। इतना बड़ा फैसला लेने से पहले उन्होंने (भाजपा) मुझसे एक बार भी बात नहीं की। अगर मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल नहीं होता तो 4 साल पहले बीजेपी से इस्तीफा दे देता। मुझे मंत्री बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है, मैं सिर्फ काम करना चाहता हूं।

आंखों में आंसू और दर्द भरा बयान
हरक सिंह रावत ने आंखों में आंसू और दर्द से भरे बयान के जरिए बताया कि उन्होंने बीजेपी के लिए क्या नहीं किया। लेकिन इसके साथ ही कहा कि उत्तराखंड में अगली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है और वो कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे।

कांग्रेस के साथ गुप्त बैठक करने का आरोप

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मुझे दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया, ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई।  मैं उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहता था, लेकिन जैसे ही मैं दिल्ली पहुंचा, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि उन्होंने (भाजपा ने) मुझे निकाल दिया। सूत्रों के मुताबिक हरक सिंह रावत ने गुप्त बैठक की थी जिसके बाद बीजेपी को कड़ा फैसला लेना पड़ा।

उत्तराखंड के सीएम ने क्या कहा

"उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कहते हैं कि उत्तराखंड के भाजपा मंत्री हरक सिंह रावत अपने परिवार के सदस्यों के लिए पार्टी (पार्टी टिकट मांग) पर दबाव डाल रहे थे, लेकिन हमारी एक अलग नीति है, एक परिवार के केवल एक सदस्य को चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिया जाएगा,

दल बदल का रहा है इतिहास
हरक सिंह रावत को उत्तराखंड के राजनीति में मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है। वो साल 2016 में कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। उस समय वो कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन उन्हें लगा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर है जिस वजह से वो कांगेस से अलग होकर बीजेपी में शामिल हो गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरक सिंह रावत खुद के साथ-साथ अपने बेटे और बहु के लिए भी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी इसके खिलाफ थी। अब देखना होगा कि बीजेपी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद उनका अगला कदम क्या होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं लेकिन उन्होंने इसको लेकर अभी कुछ साफ नहीं किया है।

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