लखनऊ : साल 2008 में मालेगांव में हुए विस्फोट मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि इस ब्लास्ट के जरिए कांग्रेस ने भाजपा एवं आरएसएस के लोगों को फंसाने की कोशिश की और उन पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। मालेगांव ब्लास्ट केस के एक गवाह ने दावा किया है कि महाराष्ट्र की एटीएस ने साल 2008 में उसे अवैध रूप से सात दिनों तक हिरासत में रखा और उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आरएसएस के पांच लोगों का नाम लेने के लिए उस पर दबाव बनाया।
देश से माफी मांगे कांग्रेस-सीएम योगी
फर्रुखाबाद में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'कांग्रेस ने इस देश पर सबसे ज्यादा समय तक शासन किया लेकिन वह शासन किस रूप में कर रही थी, इसे मालेगांव ब्लास्ट के जरिए समझा जा सकता है। आप सभी लोगों ने महाराष्ट्र एटीएस का बयान देखा होगा, उस समय भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्तओं, आरएसएस के लोगों को फंसाने की साजिश रची गई। मालेगांव विस्फोट मामले में कांग्रेस की शरारत देश के खिलाफ एक अपराध है। कांग्रेस को देश की जनता से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।'
2008 में हुए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आतंकवादियों को पालने और पोसने वाली रही है। जब ये लोग सत्ता में थे तो आतंकवादियों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करते थे और हिंदू संगठनों पर झूठे मुकदमे दर्ज करते थे। जब सत्ता से बाहर हैं तो जनता के हित में हो रहे विकास कार्यों का विरोध कर रहे हैं। बता दें कि मुंबई से करीब 200 किमी दूर मालेगांव कस्बे में 29 सितंबर 2008 को हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी। मामले में आरोपी, लोकसभा सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीकर, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी जमानत पर जेल से बाहर हैं। कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने मालेगांव ब्लास्ट के जरिए भाजपा एवं संघ के लोगों को फंसाने की साजिश रची।