Faridabad News: मानसून से पहले हुई बारिश ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दी। बारिश के बाद दो से तीन दिनों तक लोग जलभराव की समस्या से जूझते रहें। शहर की ऐसी स्थिति देखकर अब प्रशासन एक बार फिर से जागा है। शहर में दोबारा से ऐसी जलभराव की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए निगमायुक्त यशपाल यादव ने इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारियों के साथ बैठक कर नए सिरे से एक्शन प्लान तैयार किया। इस दौरान निगमायुक्त ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मानसून के समय इस तरह की परेशानी हुई तो इसके जिम्मेदार संबंधित अधिकारी होंगे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि मानसून से पहले ही जलभराव वाले सभी क्षेत्रों को चिह्नित करके वहां सुधार कार्य किया जाएगा। साथ ही नालों पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा। निगमायुक्त ने कहा कि अभी तक किए गए कार्य सफल होते नजर नहीं आ रहे। हमें फिर से सर्वे कर समस्याओं में सुधार करना होगा। यह सभी कार्य मानसून शुरू होने से पहले ही पूरे हो जाने चाहिए।
बैठक में निगमायुक्त ने सभी वार्डों के एसडीओ और जेई को निर्देश दिया कि वे अपना शेड्यूल बना कर दें कि वे अगले एक सप्ताह में क्या-क्या करने वाले हैं। इस शेड्यूल के अनुसार ही अपने कार्य को पूरा करें। वहीं मुख्य अभियंता ने बताया कि ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में शहरवासियों को जलभराव से जूझना न पड़े। इंजीनियरिंग शाखा की तरफ से तिगांव और फरीदाबाद विधानसभा के उन क्षेत्रों का नक्शा बनाया जा चुका है, जिन क्षेत्रों में जलभराव रहता है। वहीं बड़खल, एनआइटी और बल्लभगढ़ का नक्शा अभी बनाया जाना है। निगमायुक्त की ओर से संबंधित कार्यकारी अभियंता को दो जून तक नक्शा बनाने को कहा गया है। मुख्य अभियंता ने कहा कि, इसके लिए एफएमडीए से भी तालमेल किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को इस संबंध में सख्त हिदायत दी जा चुकी है।