ESI hospital Maintenance : शहर के सेक्टर-8 स्थित ईएसआई अस्पताल का स्वरूप जल्द ही बदलने वाला है। अब इस अस्पताल में भी हाईटेक अस्पतालों की तरह सभी सुविधाएं मिलेंगी। इस अस्पताल के भवन के मेंटिनेंस के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने सीपीडब्ल्यूडी को 32 करोड़ रुपये का फंड जारी कर दिया है। फंड मिलने के बाद विभाग ने अस्पताल का सर्वे कार्य भी पूरा कर लिया है, जल्द ही यहां पर डेवलेपमेंट का कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
अस्पताल में 50 बिस्तर की है क्षमता
करीब 45 साल पुराने इस ईएसआई अस्पताल में 50 बिस्तर की सुविधा है। इस अस्पताल से शहर की पांच ईएसआई डिस्पेंसरी भी जुड़ी हुई हैं। इनसे रेफर होकर सैकड़ों मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। यह अस्पताल भले ही मरीजों को ठीक करने का काम करता था, लेकिन यह कई सालों से खुद बीमार पड़ा था। यहां के भवन की छतें कई जगह से जर्जर हो गई हैं, जिनसे प्लास्टर गिरता रहता है। वहीं सालों से सेंट्रल एसी भी खराब पड़ा है। भीषण गर्मी में भी डॉक्टर और मरीजों को पंखों के सहारे रहना पड़ता है। डॉक्टरों को भी डर के साए में इलाज करना पड़ता है।
पहले भी कई बार पास हो चुका बजट
इस अस्पताल के मरम्मत के लिए पहले भी कई बार बजट पास हो चुका है। अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि इस अस्पताल के मरम्मत के लिए पांच बार बजट पास हुआ है, लेकिन हर बार प्रोजेक्ट फाइलों में ही दबकर रह गया। अब तक इस पर कोई काम नहीं हुआ है। वहीं इस अस्पताल के हालात के बारे में बताते हुए इंकलाबी मजदूर केंद्र के सचिव संजय मौर्या ने कहा कि, मजदूरों के वेतन से विभाग हर महीने करोड़ों रुपये काटता है, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिलता। इन अस्पतालों में मरीजों के लिए पेयजल और शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। वहीं ईएसआईसी के सहायक निदेशक आशीष दीक्षित ने इस प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि सेक्टर-8 स्थित ईएसआई अस्पताल की मरम्मत के लिए 32 करोड़ रुपये का बजट पास हुआ है। मरम्मत का कार्य सीपीडब्ल्यूडी को सौंपा गया है। जल्द ही कार्य शुरु हो जाएगा।