Ration scam in Faridabad: फरीदबाद के अंदर राशन डिपो संचालकों द्वारा गरीबों के राशन बांटने में धांधली का एक बड़ा मामला सामने आया है। गरीबों को बांटने के लिए सरकार से मिले राशन को कई राशन डिपो संचालक खुद ही डकार गए, इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब शिकायत के बाद जांच की गई। राशन घोटाला करने वाले पांच राशन डिपो का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं सात डिपो को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। फरीदाबाद के खाद्य आपूर्ति विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि कुछ डिपो होल्डर गरीबों को पूरा राशन नहीं दे रहे, वे लोगों से अंगूठा तो लगवा लेते हैं, लेकिन राशन थोड़ा बहुत देकर ही वापस भेज देते हैं।
इन शिकायतों की जांच के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की एक टीम का गठन किया गया। विभाग के नियंत्रक विशल सहरावत की अगुवाई में इस टीम ने 12 डिपो की चेकिंग की। जांच के दौरान पांच डिपो के अंदर बहुत अधिक अनियमितताएं पाई गई, इन सभी का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया। वहीं अन्य सात डिपो में भी राशन बांटने में धांधली का पता चला है, इन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संतोषजनक जवाब न आने पर कार्रवाई की जाएगी।
राशन डिपो पर छापेमार कार्रवाई करने वाले नियंत्रक विशल सहरावत ने बताया कि अभी यह चेकिंग अभियान जारी रहेगा, कई ऐसे और डिपो भी हैं, जिनकी शिकायतें मिल रही हैं, इनकी लिस्ट बना ली गई है। विभाग हर कार्डधारक को पूरा राशन सुनिश्चित करने तक कार्रवाई करता रहेगा। इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार प्राथमिक परिवार और बीपीएल को हर महीने प्रति सदस्य पांच किलोग्राम राशन दो रुपये किलोग्राम की दर से दिया जाता है।
वहीं अंतोदय राशन कार्ड धारक को प्रति कार्ड 35 किलोग्राम गेहूं दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत बीपीएल, एएवाई व ओपीएच कार्ड पर पांच किलोग्राम गेंहू प्रति व्यक्ति मुफ्त दिया जा रहा है। अगर ये राशन किसी को नहीं मिल पा रहा है, तो वह सीधे विभाग में शिकायत कर सकता है। डिपो होल्डर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।