Faridabad News: फरीदाबाद नगर निगम में भ्रष्टाचार का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर निगम में 200 करोड़ के घोटाले का खुलासा होने और कई अधिकारियों को जेल होने के बाद माना जा रहा था कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। यहां पर अभी भी खुलेआम रिश्वत ली जा रही है। इसका खुलासा विजिलेंस के छापे में हुआ। स्टेट विजिलेंस की टीम ने बुधवार दोपहर नगर निगम के एक क्लर्क को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी की पहचान कन्हैया लाल के रूप में हुई है।
विजिलेंस के अनुसार आरोपी कन्हैया लाल नगर निगम के ओल्ड फरीदाबाद स्थित ऑफिस में कार्यरत है। आरोपी ने सेक्टर-32 के रहने वाले खालिक रहमान खान नाम के एक व्यक्ति से एक लाख रुपये रिश्वत मांग रखी थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत विजिलेंस को दी। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने आरोपी को ट्रैप लगाकर उसके ऑफिस से ही पैसे लेते दबोच लिया।
विजिलेंस ने बताया कि खालिक रहमान खान ने शिकायत दे रखी थी कि निगम द्वारा उनका प्रॉपर्टी टैक्स 27 लाख रुपये बना दिया गया था। इस बारे में जब निगम के क्लर्क कन्हैया लाल से बात हुई तो उसने कहा कि इस टैक्स को घटाकर वह सात लाख रुपये कर देगा। लेकिन इसके बदले में उसने एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। खालिक रहमान से शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस के अतिरिक्त अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने टीम गठित की। विजिलेंस ने नोटों पर पाउडर लगाकर 50 हजार रुपये खालिक रहमान को दे दिए। जिसके बाद खालिक रहमान ने निगम ऑफिस पहुंचकर ये रुपये क्लर्क कन्हैयालाल को दे दिए। इन पैसों को लेते ही विजिलेंस की टीम ने ऑफिस में पहुंचकर आरोपी कन्हैयालाल को पैसों के साथ गिरफ्तार कर लिया। नोटों पर लगा पाउडर उसके हाथों पर लग गया था। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।