Faridabad Shivratri Celebration: आज पूरे भारतवर्ष में शिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। कोरोना ने पूरी दुनिया को तहस-नहस कर दिया था लेकिन जैसे ही कोरोना का प्रकोप कम हुआ तो पूरे दो सालों बाद महाशिवरात्रि का पर्व फिर मनाया जा रहा है। साल 2020 के बाद फिर से देशभर के मंदिरों में रौनक देखने को मिल रही है। इस बार मंदिरों में महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव के भक्त भारी संख्या में उमड़ रहे हैं।
फरीदाबाद शहर के मंदिरों में भक्तों ने सुबह 4 बजे से ही शिव शंकर की पूजा करनी शुरू कर दी थी। हालांकि अंधेरे में सुबह के समय मंदिरों में भीड़ कम थी लेकिन 7 बजे के बाद मंदिर में भक्तों की भीड़ दिखाई दी।
मनाया शिव-पार्वती का विवाह
महाशिवरात्रि की धूम फरीदाबाद में भी खूब देखने को मिल रही है। फरीदाबाद की चावल कॉलनी में स्थित शिव मंदिर का नजर ऐसा था कि मानों भक्त भगवान से मिलने के लिए लंबे समय से सब्र किये हुए थे। जहां पर भक्त भगवान भोलेनाथ का अभिषेक और उनकी अर्चना करते दिखाई दे रहे हैं। इस पर्व का सबसे ज्यादा महत्व इसलिए है कि आज के दिन भगवान भोले शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था। मंदिर के आचार्य पंडित प्रेम प्रकाश शास्त्री की माने तो इस संसार में सभी देवताओं में सबसे पहले भगवान भोलेनाथ की उत्पत्ति हुई थी। आज ही के दिन भगवान भोले शंकर ने माता पार्वती के साथ विवाह किया था। महाशिवरात्रि पर जोड़े के साथ भगवान शंकर की पूजा करने का महत्व ज्यादा है।
कोरोना काल से बंद था मंदिरों में आना
यहां मंदिर में पूजा करने आए भक्त रामगोपाल की माने तो दो और 3 साल बाद उन्हें मंदिर में तसल्ली से पूजा करने का मौका मिला है। कोविड-19 के चक्कर में मंदिरों में लोग पूजा नहीं कर पा रहे थे। लेकिन आज महाशिवरात्रि के पर्व पर मंदिरों में भीड़ भाड़ देखकर उन्हें जहां खुशी महसूस हो रही है वहीं और भक्त भी इस पर्व पर खुश है। मंदिर में पूजा करने आए जितेंद्र गुप्ता की माने तो वह आज अपने परिवार के साथ यहां पूजा करने पहुंचे हैं। उनकी माने तो कोविड-19 कर में मंदिरों में भक्तों का आना जाना बंद था लेकिन अब कोविड-19 होने के बाद मंदिर में भगवान भोले शंकर की पूजा सही ढंग से की जा रही है। भक्तों का कहना है कि भगवान शिव कोरोना वायरस को जल्द खत्म करने की मन्नत मांगी है। क्योंकि कोरोना वायरस के कारण आम जनजीवन पर खासा प्रभाव पड़ा है।