Faridabad News: विकास व निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) ने पेमेंट सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। अब एफएमडीए के अंतर्गत होने वाले सभी छोटे-बड़े विकास कार्यों का भुगतान थर्ड पार्टी एसेसमेंट के बाद ही किया जाएगा। इसके अलावा परियोजना से संबंधित अभियंता को भी काम से पहले सर्टिफाइड करना होगा। इस संबंध में एफएमडीए के मुख्य कार्यकारी अभियंता अनिल मलिक ने आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्य अभियंता आईएमटी स्थित अपने कार्यालय में अधिकारियों संग बैठक कर विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, किसी भी विकास कार्य के निर्माण में गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर जांच के दौरान कहीं भी कमी मिलती है, तो संबंधित कंपनी के अलावा अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य अभियंता ने बताया कि, इस समय शहर के अंदर एचएसवीपी द्वारा छोड़ गए अधूरे कार्य एफएमडीए कर रहा है। अभी तक एफएमडीए द्वारा करीब 880 करोड़ रुपये के अधूरे कार्य लिए गए हैं। इनमें सेक्टर 75 के 89 में बुनियादी सुविधाओं का विकास करना भी शामिल है। इसके अलावा शहर के अलग-अलग जगहों पर करीब 10.81 करोड़ रुपये की पेयजल परियोजना पर काम किया जा रहा है। वहीं इस समय शहर में कई सड़क परियोजनाएं भी की जा रही हैं। मुख्य अभियंता ने इन सभी विकास कार्यों की समीक्षा की।
इस बैठक में विभिन्न सड़क निर्माण कार्यों में आ रही दिक्कतों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। कुठ इंजीनियरों ने गुणवत्ता का सवाल भी उठाया। जिसके बाद मुख्य अभियंता ने सभी प्रोजेक्ट का थर्ड पार्टी से जांच करवाने के बाद ही पेमेंट जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, अगर किसी प्रोजेक्ट में कमी आई जाती है तो संबंधित ठेकेदार पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जाए। बैठक में एफएमडीए की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गरिमा मित्तल, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरी मिड्ढा भी मौजूद रही।