Faridabad Crime: फरीदाबाद में सीआईए होडल की टीम ने फर्जी सिम के मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो आम लोगों के नाम से मोबाइल सिम को एक्टिव कर बदमाशों को बेचता था। इन सिमों का इस्तेमाल बदमाश लोगों से रंगदारी मांगने, धमकी देने और पुलिस की पकड़ से दूर रहने के लिए करते थे। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार करने के साथ उसके पास से आम लोगों के नाम पर एक्टिव 142 मोबाइल सिम बरामद की हैं, वहीं इसके तीन साथी फरार होने में सफल रहे।
पुलिस जांच में पता चला कि, ये सभी सिम यूपी के मिर्जापुर से मंगवाए गए थे और वहां के आम लोगों के नाम पर एक्टिव थे। यूपी के एड्रेस वाले इन सिम का इस्तेमाल होने के कारण पुलिस आसानी से दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों तक नहीं पहुंच पाती थी। पूछताछ में यह भी पता चला है कि जिनके नाम से ये सिम जारी होते थे, उन्हें इस बारे में पता ही नहीं होता था। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि, ये सिम कहां पर और कैसे एक्टिवेट कराए जाते थे। आम लोगों से पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम मिर्जापुर के लिए भी रवाना हो गई है।
सीआईए होडल के सब-इंस्पेक्टर हनीश खान ने बताया कि, गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा स्थित एक ढाबे पर छापा मारकर इस गिरोह का पर्दाफाश किया। मुखबिर ने सूचना दी थी कि, ढाबा पर बाहर से फर्जी सिम कार्ड कुरियर से मंगाए जा रहे हैं। इन एक्टिवेट सिम कार्ड को बाद में हरियाणा, दिल्ली के अलावा राजस्थान में भी भेजा जाएगा। इन सभी सिम कार्ड का उपयोग आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जाएगा। छापे के दौरान पुलिस ने मौके से बिलाल निवासी बादली थाना, पुन्हाना जिला नूंह को गिरफ्तार किया। इसके पास से बरामद दो पैकेट में 142 सिम कार्ड मिले। पुलिस के अनुसार इनके तीन साथी और थे जो फरार होने में सफल रहे, जिनकी तलाश की जा रही है।