Faridabad Hanging: फरीदाबाद में फांसी लगाने का एक बड़ा मामला सामने आया है। एमबीए की एक 21 वर्षीय छात्रा ने सेक्टर-30 पुलिस लाइन स्थित प्रोटेक्शन हाउस में ही फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली है। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार मृतक छात्रा गांव हीरापुर की रहने वाली थी। छात्रा ने अपने परिजनों के रजामंदी के बिना शुक्रवार को पलवल में स्थित एक आर्य समाज मंदिर में यहीं के रहने वाले दिनेश नाम के युवक से शादी की थी। जिसके बाद अदालत के आदेश पर दोनों को प्रोटेक्शन हाउस पहुंचाया गया था। जहां पर शनिवार को उसने फंदा लगा लिया।
सेक्टर-31 थाना प्रभारी विरेंद्र खत्री ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतका पलवल के एक कॉलेज से एमबीए कर रही थी। मृतका का पति दिनेश भी उसी कॉलेज में साथ पढ़ता था। जहां पर दोनों को प्यार हुआ और परिजनों की रजामंदी के बगैर शादी कर ली। जिसके बाद दोनों की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन हाउस लाया गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि यहां पर पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग फ्लैट बने हैं। मृतिका महिलाओं वाले फ्लैट में थी और दिनेश पुरुषों वाले फ्लैट में। मृतिका के साथ उसके फ्लैट में प्रोटेक्शन में रह रही एक अन्य युवती भी थी, इसके अलावा ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी भी थी। दोनों की मौजूदगी में ही गायत्री का शव उसकी चुन्नी के फंदे पर झूलता हुआ मिला।
छात्रा की मौत प्रोटेक्शन हाउस में पुलिस सुरक्षा के बीच हुई है, इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने न्यायिक जांच के लिए प्रथम श्रेणी न्यायाधीश रूपम को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। वहीं मृतका के पिता पुष्पेंद्र ने बताया कि शुक्रवार को बेटी एमबीए का अंतिम पेपर देने घर से निकली थी। देर शाम तक जब वह नहीं लौटी तो उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट छांयसा थाने में दर्ज कराई। देर रात पुलिस से जानकारी दी की उसने शादी कर ली है और अब वह हमारी सुरक्षा में है। वे सुबह आकर उससे मिल सकते हैं। लेकिन दूसरे दिन उसकी मौत की खबर दी गई। मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि दिनेश ने ही उनकी बेटी की हत्या की है। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि इस सुसाइड में सबसे बड़ा सवाल पुलिस पर ही उठ रहा है।