Cyber Fraud: पूरे देश में साइबर ठगी लगातार बढ़ रही है। इससे स्मार्ट सिटी फरीदाबाद भी अछूता नहीं है। देश के अंदर जहां आम लोगों के बैंक अकाउंट को निशाना बनाया जाता है। वहीं देश के बाहर बैठे साइबर ठग सरकारी कर्मचारियों के आईडी- पासवर्ड चोरी कर रहे हैं। इनके डोमेन एनआईसी डोमेन से मिलते-जुलते होते हैं। जिसके कारण कर्मचारी आसानी से इनके झासें में आ जाते हैं। सरकारी कर्मचारियों को ठगी के इस जाल से बचाने के लिए प्रशासन इन्हें प्रशिक्षित करने जा रहा है।
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, साइबर अपराधियों द्वारा इस समय एनआईसी डोमेन का उपयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके लिए वह फिशिंग ईमेल का उपयोग कर रहे हैं। पुलिस की जानकारी में आया है कि साइबर अपराधी एक फर्जी ईमेल भेज रहे हैं जो असली ईमेल से बिल्कुल मिलता जुलता है। इस ईमेल के अंदर एनआईसी सर्विस डेस्क पर जाने वाले लिंक के जैसा प्रतीत होने वाला एक फर्जी लिंक nic-in-b9c2b.firebaseapp.com दिया होता है।
किसी भी अनजान लिंक को न करें क्लिक
इसी के कारण कई कर्मचारी इसे असली समझकर उस लिंक पर क्लिक कर देते हैं। जिसकी वजह से उनका यूजर नेम, पासवर्ड और अकाउंट संबंधित कई जानकारियां साइबर अपराधियों तक पहुंच जाती हैं। यह जानकारी हाथ लगते ही सरकारी जानकारियां भी साइबर अपराधियों तक पहुंच जाती हैं। इनका उपयोग सबसे ज्यादा देश विरोधी तत्व करते हैं। कर्मचारियों को इस ठगी से बचाने के लिए प्रशासन इन्हें प्रशिक्षित करने जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को साइबर ठगी से बचने के सभी उपाए बताए जाएंगे।
कर्मचारी के लिए सरकार ने जारी की एडवाइजरी
- कर्मचारियों किसी भी प्रकार के संदेहजनक ई-मेल को नहीं खोलें और न ही उसका रिप्लाई दें।
- ई-मेल के साथ भेजी गई अटैचमेंट को खोलने से पहले स्कैन अवश्य करें।
- ई-मेल में आए डॉक्यूमेंट को खोलते समय माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के किसी भी प्रोडक्ट यानी एमएस वर्ड, एक्सेल, एक्सेस, पावर पॉइंट इत्यादि में मैक्रॉस को इनेबल न करें।
-अपनी ईमेल अकाउंट को किसी भी अनऑथराइज्ड एक्सेस के लिए बार-बार चेक करते रहें।
- यदि आपको लगता है कि आपको कोई संदेशजनक ई-मेल प्राप्त हो चुका है तो दूसरे कंप्यूटर पर जाकर अपना आईडी और पासवर्ड तुरंत बदल दें।
-इस प्रकार का ईमेल प्राप्त होने पर इसे pratirodhak@gov.in पर भेज दें। ताकि इसका विश्लेषण किया जा सके।