Sports Nurseries: खेल में युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए खेल नर्सरियों के क्वालिटी का आकलन अब अंक के आधार पर होगा। खेल नर्सरी को यह अंक वहां मौजूद सामान, उपस्थिति और उपलब्धियों के आधार पर दिया जाएगा। इसमें खेल का सामान और मैदान ठीक होने पर 10 अंक दिए जाएंगे।
वहीं यहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों की उपस्थिति 22 दिन या इससे अधिक होने पर 10 अंक दिया जाएगा। इसके अलावा यहां अभ्यास करने वाला खिलाड़ी अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता में पदक जीतता है तो 10 अंक, राष्ट्रीय स्तर पर 8 अंक और राज्य स्तर पर पदक जीतने पर 4 अंक मिलेंगे।
पहली बार असफल रहा था यह प्रोजेक्ट
राज्य सरकार ने खेल नर्सरियों की यह योजना वर्ष 2018 में भी शुरू की थी। हालांकि उस समय खिलाड़ियों के कम रूझान के कारण यह योजना सिरे नहीं चढ़ सकी थी, जिसके कारण सरकार ने इस योजना को ही बंद कर दिया। अब एक बार फिर से प्रदेश सरकार ने खेल नर्सरी की योजना शुरू की है। खेल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, पहले शुरू हुई खेल नर्सरियों से कोई भी बेहतरीन खिलाड़ी तैयार नहीं हो सके थे, जबकि खेल नर्सरियां में रहने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार पैसे भी देती थी।
1100 खेल नर्सरियों की जाएगी शुरुआत
यह पैसे प्रत्येक महीने सीधे खिलाड़ी के बैंक खाते में पहुंच जाते थे। हालांकि बेहतर परिणाम नहीं आने के कारण इसे एक साल के अंदर ही बंद कर दिया गया। सरकार ने अब दोबारा से प्रदेश में 1100 खेल नर्सरियों की शुरुआत की है। फरीदाबाद में 50 से अधिक खेल नर्सरी खोले जाएंगे। खेल निदेशालय की ओर से खेल नर्सरियों का आवेदन ग्रेड के आधार पर तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके आधार पर विभाग की ओर से खेल नर्सरियों को आवंटित किया जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि खेल नर्सरी शुरू होने पर सबसे ज्यादा फायदा खिलाड़ियों को होगा।