Faridabad Extortion: शहर के सेक्टर-17 निवासी एक कारोबारी से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नाम पर पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले को फरीदाबाद पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस की क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 ने रंगदारी मांगने के लिए सिम उपलब्ध कराने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी की पहचान संदीप, गांव पातेपुर जिला वैशाली, बिहार के रूप में की है। आरोपी गुरुग्राम में खेड़की दौला के पास रहता था। पुलिस ने बताया कि, कारोबारी से रंगदारी ई-मेल करके मांगी गई थी और भुगतान बिटकॉइन में करने को कहा था।
क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 के प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि, रंगदारी मांगने वालों के बारे पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली है। इसमें शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी तक की जांच में सामने आया है कि, आरोपितों का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई संबंध नहीं है। कारोबारी को डराने के लिए लॉरेंस बिश्नोई के नाम से ई-मेल किया गया।
कारोबारी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि, 10 मई को उसके पास एक ई-मेल आया था। उस ई-मेल में धमकी देते हुए लिखा था कि, वह बिटकॉइन के रूप में पांच लाख रुपये उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दे। इसके साथ बिटकॉइन अकाउंट की जानकारी भी दी गई थी। कारोबारी ने बताया कि, ई-मेल में लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर धमकी दी गई थी कि, अगर उसने रुपये नहीं भेजे तो उसके बेटे का अपहरण कर लिया जाएगा। जिसके बाद उसे एक करोड़ की फिरौती देनी पड़ेगी। यह ई-मेल मिलने के बाद कारोबारी ने इसकी शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने कारोबारी को सुरक्षा देने के साथ पूरे मामले की जांच शुरू की। अब इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि, आरोपित से पूछताछ में पता चला है कि, आरोपी जनवरी 2022 तक गाजियाबाद में पैन कार्ड बनवाने का काम करता था। वहीं पर अंकित नाम के एक व्यक्ति ने उससे सिम लिया था, जिसका रंगदारी मांगने में उपयोग हुआ। गिरफ्तार आरोपी जल्दी रुपये कमाने के चक्कर में इस षड़यंत्र में शामिल हुआ। यह एक साल पहले भी रंगदारी मांगे जाने के मामले में जेल जा चुका है।