Faridabad Crime News: सुपरवाइजर ने ही कराई थी ठेकेदार की हत्‍या, दी थी पांच लाख की सुपारी, यह था कारण

Faridabad Crime: फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच टीम ने ठेकेदार विनोद के हत्‍या मामले का खुलासा कर दिया है। यह हत्‍या उसके ही सुपरवाइजर बबन ने कराई थी। आरोपी सुपरवाइजर ने ठेकेदार से 16 लाख रुपये उधार लिए थे, जो वो देना नहीं चाहता था, वहीं ठेकेदार का काम भी हड़पना चाहता था, इसलिए उसने अपने साथ काम करने वाले दो मजदूरों को पांच लाख की सुपारी देकर हत्‍या करा दी।

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पैसे हड़पने के लिए सुपरवाइजर ने करा दी ठेकेदार की हत्‍या   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • ठेकेदार की हत्‍या सुपरवाइजर ने अपने ही मजदूरों को सुपारी देकर कराई
  • सुपारवाइजर हड़पना चाहता था ठेकेदार का 16 लाख रुपऐ व उसका काम
  • क्राइम ब्रांच ने सुपरवाइजर और एक हत्‍यारोपी को किया गिरफ्तार, दो फरार

Faridabad Crime: फरीदाबाद में ठेकेदार हत्‍या केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए हत्‍यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार की हत्‍या उसके सुपरवाइजर ने ही की थी। पुलिस ने बताया कि श्रमिक ठेकेदार विनोद कुमार पांच जून को भगत सिंह कालोनी से गायब हुए थे और उसी दिन उनकी हत्‍या कर दी गई थी। पुलिस को 9 जून को उनका शव आईएमटी में फायर ब्रिगेड स्टेशन के पास से मिला। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड की जांच करते हुए हत्‍यारोपी सेक्टर-4 निवासी सुपरवाइजर बबन और श्रमिक कुंदन को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने हत्‍या के कारणों का खुलासा करते हुए कहा कि बबन उसी फैक्ट्री में सुपरवाइजर है, जिसमें विनोद ठेकेदार थे। बबन ने विनोद से 16 लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे वह लौटाना नहीं चाहता था साथ ही वह विनोद से फैक्ट्री में श्रमिकों का ठेका भी हासिल करना चाहता था। इसलिए उसने विनोद को मारने का षड्यंत्र रचा और अपने नीचे काम करने वाले दो श्रमिकों कुंदन और नीरज को विनोद की हत्या के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी। जिसके बाद कुंदन व नीरज ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर विनोद की हत्या कर दी। दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब क्राइम ब्रांच नीरज व उसके साथी की तलाश कर रही है।

पुलिस पूछताछ में कबूला जुर्म

क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 ने इंचार्ज ब्रह्मप्रकाश यादव ने बताया कि मृतक विनोद गुडईयर फैक्ट्री में श्रमिक ठेकेदार था। आरोपियों ने पांच जून की शाम को फोन करके बुलाया था। तभी से वह गायब चल रहा था। चार दिनों तक घर वापस न आने के बाद मृतक की पत्‍नी रीना देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। क्राइम ब्रांच ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें बबन और कुंदन पर संदेह हो गया। जिसके आधार पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन वे इससे अंजान बने रहे। हालांकि जब दोनों से पुलिस ने सख्‍ती बरतनी शुरू की तो वे टूट गए और हत्‍या की बात कबूल कर ली।

हत्‍या के बाद कई दिनों तक कारखाने में ही छुपा कर रखा शव

बबन ने बताया कि उसने ही सुपारी देकर हत्या कराई है। आरोपियों ने बताया कि कुंदन ने अपने साथी नीरज और एक अन्य के साथ मिलकर विनोद को पांच जून को आईएमटी में सेक्टर-76 में बुलाया। वहां पर तीनों ने विनोद को पकड़कर चाकू घोप कर हत्‍या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में भरकर कारखाने की छत पर फेंक दिया। हालांकि शव से आती बदबू और पुलिस पूछताछ के डर से इन लोगों ने शव को बुधवार की रात कारखाने की छत से उतार झाड़ियों में फेंक दिया।

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