Faridabad Illegal Colonies: फरीदाबाद की दर्जनों अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इन्हें कई तरह की नई शर्तों के साथ नियमित किया जाएगा। इनमें नगर पालिका, नगर परिषद व नगर निगम की सीमा से बाहर स्थित अवैध कालोनियां भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले वर्ष नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग ने जिला नगर योजनाकार कार्यालयों के माध्यम से सूचीबद्ध किया था।
बता दें कि पिछले लंबे समय से अवैध कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सरकार के स्तर पर कागजी कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इसमें हो रही देरी की वजह से संशय भी पैदा होने लगा। कहा जाने लगा कि यह योजना अब ठंडे बस्ते में चली गई है। अब पता चला है कि इस देरी की वजह नियमित करने से पूर्व निर्धारित किए जा रहे नियम हैं। यह नियम अब तैयार कर लिए गए हैं। सरकार किसी भी समय कालोनियों को नियमित करने का तोहफा दे सकती है।
नगर निकायों की सीमा में आने वाली अवैध कालोनियों में सर्वे के लिए शहरी निकाय विभाग की ओर से निर्देश जारी किए जा चुके हैं। फरीदाबाद नगर निगम की तरफ से अवैध कालोनियों के सर्वे के लिए टेंडर भी छोड़ दिया गया है। इसी माह से सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। निगम अधिकारियों ने बताया कि अभी सबसे बड़ी चुनौती निर्मित मकानों का प्रतिशत तय करना है। शहर में छोटी-छोटी ऐसी कई कालोनियां हैं, जिनमें पहले सरकार के नियमानुसार 50 फीसद तक घर बने हुए थे, मगर डीटीपी द्वारा की गई कार्रवाई की वजह से अब वहां मलबा पड़ा हुआ है। वहीं इस सर्वे में रास्तों की चौड़ाई व दूसरी बातों पर भी ध्यान दिया जाएगा।
अवैध कॉलोनियां नियमित होने के बाद यहां के लोगों को कई सारे फायदे होंगे। सबसे बड़ा और पहला फायदा तो यह होगा की डीटीपी के पीले पंजे का डर खत्म हो जाएगा। लोगों को घर बेचने व खरीदने की अनुमति मिल जाएगी। जरूरत के समय भूस्वामी अपने भूखंड का आधा या कानून के अनुसार निर्धारित हिस्सा बेच सकेगा। लोगों को बिजली, पानी और सीवर का कनेक्शन मिलेगा। साथ ही यहां पर लोग सस्ते दाम में घर खरीद सकेंगे।