Electricity and Water Crisis: पारा चढ़ने के साथ शहर में पेयजल व बिजली आपूर्ति का संकट भी गहराता जा रहा है। शहर के कई इलाकों में पिछले चार-पाच दिनों से पेयजल आपूर्ति का सिस्टम बिगड़ गया है। जिसे लेकर शहर के लोग नगर निगम मुख्यालय पर आकर रोष जताने लगे हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग हैं जो अधिकारियों पर सुधार के लिए दबाव डालने के लिए बूस्टर की घेराबंदी भी कर रहे हैं। इस समय सबसे ज्यादा संकट गांव नवादा व आसपास के क्षेत्रों में बना है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने निगम मुख्यालय आकर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने कहा कि, गांव में दो ट्यूबवेल पहले से ही खराब चल रहे हैं। एक ट्यूबवेल चल रहा है, मगर उससे कम मात्रा में पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिससे लोगों को दैनिक क्रिया के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद समाधान नहीं किया जा रहा है। यहां के कई इलाकों में पिछले एक सप्ताह से पेयजल आपूर्ति का सिस्टम बिगड़ा हुआ है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि, इस समय सभी जगहों पर पेयजल की अत्याधिक डिमांड है। जिस कारण से दबाव में चल रही मशीनरी खराब हो रही हैं। जहां भी शिकायत मिल रही है, वहीं पर तत्काल मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है।
बिजली निगम में भी शिकायतों की बाढ़
शहर में पेयजल की अव्यवस्था के साथ बिजली के अवैध कट भी लोगों को रूला रहे हैं। इस समय बिजली निगम में शिकायतों की बाढ़ आ चुकी है। फरीदाबाद में इस समय तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जिस कारण से जिले में बिजली की मांग प्रतिदिन 190 से 200 लाख यूनिट तक पहुंच गई है। वहीं बिजली की सप्लाई डिमांड की अपेक्षा 30 से 40 लाख यूनिट कम हो पा रही है। जिस वजह से निगम अवैध कट लगाने पर मजबूर हो रहा है। बिजली निगम के सेक्टर-23 नियंत्रण कक्ष में पिछले 24 घंटे में आपूर्ति संबंधी 3100 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई। इनमें से कई शिकायतों का तत्काल समाधान किया गया, वहीं कड्र शिकायतों के समाधान के लिए उपभोक्ता बिजली शिकायत केंद्रों के चक्कर काटते रहे। यहां पर सबसे ज्यादा शिकायतें पल्ला, पाली, तिलपत, सेहतपुर, खेड़ी, भारत कालोनी से आई। वहीं एनआइटी, ओल्ड फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़ से आने वाली शिकायतों में अधिकांश शिकायतें ओवरलोड संबंधी रहीं।