गाजियाबाद पुलिस की ताबड़तोड़ बदमाशों का एनकाउंटर करने की रणनीति भी शहर में क्राइम के ग्राफ को कम करने में काम नहीं आ रही है। यहां अभी भी बदमाशों में पुलिस कार्रवाई का भय नहीं है। यही कारण है कि, आए दिन लूट और हत्या जैसी वारदात बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब शहर के एक कारोबारी को चिट्ठी भेजकर 60 लाख रुपये रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है।
चिट्ठी में कारोबारी को धमकाते हुए लिखा गया है कि, भाई ने जेल से तेरी हत्या का फरमान जारी किया है। अगर तू अपनी जान बचाना चाहता है, तो तुझे इसके लिए 60 लाख रुपये देने होंगे। कारोबारी ने पत्र मिलने के बाद इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। वहीं पुलिस ने भी रंगदारी का केस दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता शाहपुर बम्हैटा निवासी ज्ञानेंद्र यादव ने बताया कि, वे कंप्यूटर असेंबलिंग का कारोबार करते हैं। साथ ही ऑनलाइन परीक्षा के लिए लैब भी तैयार करवाते हैं। उन्होंने बताया कि, 13 मई को उनके पास एक स्पीड पोस्ट आई। जब उसे खोलकर देखा तो उसमें धमकी भरी चिट्ठी थी, जिसमें लिखा है कि, यह रकम तेरी जान बख्शने की कीमत है। तुझे पहले भी समझाया था, लेकिन तू नहीं समझा। तेरा नसीब अच्छा है, इसी वजह से आज तक जिंदा है। चिट्ठी में पैसा पहुंचाने का एड्रेस भी दिया गया है। लिखा है कि, 'अगर जीना चाहता है तो 20 मई तक जयपुर के होटल पिचौला में रकम लेकर पहुंच जाना। हम तुझे मौत के चंगुल से आजाद कर देंगे। अगर बात मानने की जगह चालाकी करने की कोशिश की तो उसका अंजाम मौत होगा।'
कारोबारी ने बताया कि, आज से तीन साल पहले भी उन्हें ऐसे ही धमकी मिली थी। तब भी पुलिस ने केस दर्ज किया था, लेकिन अभी तक बदमाशों को नहीं पकड़ा जा सका है। इस बार बदमाशों ने कहा है कि, उस वक्त वह किसी और काम में व्यस्त हो गए थे, इसलिए वह बच गया, लेकिन अब नहीं बच सकेगा। इस बारे में एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने कहा कि, शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। चिट्ठी कहां से पोस्ट की गई, यह पता लगाकर छानबीन की जाएगी। बदमाश पुलिस से नहीं बच सकेंगे।