Ghaziabad Police: जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएसपी मुनिराज ने बड़ा एक्शन लिया है। बढ़ते अपराध पर लगाम न लगा पाने के कारण इंदिरापुरम थाने में तैनात 82 पुलिसकर्मियों को एक साथ लाइन हाजिर कर दिया है। इस थाने के प्रभारी को पिछले सप्ताह हटाया गया था, जिसके बाद से दूसरे पुलिसकर्मचारियों पर भी एक्शन की तलवार लटक रही थी, लेकिन यह एक्शन इतना बड़ा होगा, पुलिसकर्मियों ने यह नहीं सोचा था। एएसपी की इस कार्रवाई से महकमें में हड़कंप मच गया।
बता दें कि, पिछले दो सप्ताह से इंदिरापुरम थाना जिले में अपराध का केंद्र बन गया था। जून माह के अंदर यहां पर कई बड़ी वारदात हुई हैं। बीते 11 जून को जहां इस थाना क्षेत्र के अंदर कनावनी के एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं 13 जून को बाइक सवार तीन लुटेरों ने दिनदहाड़े हैबिटेट सेंटर के पास कलेक्शन एजेंट पर डंडे से वार 15 लाख रुपये लूट लिए थे।
इस घटना के बाद एसएसपी मुनिराज ने खुद मौके पर पहुंचकर छानबीन की थी। इस घटना की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों की लापरवाही निकलकर सामने आई थी। जिसके बाद 82 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया। अधिकारियों का मानना है कि इससे पुलिसकर्मी अपराध को रोकने के लिए जिम्मेदारी से ड्यूटी करेंगे।
थाना प्रभारी समेत 82 पुलिसकर्मियों के लाइन हाजिर होने के बाद अब इस थाने से संबंधित चौकी प्रभारियों पर भी गाज गिर सकती है। विभाग द्वारा अब सभी चौकी क्षेत्रों के अपराध ग्राफ को खंगाला जा रहा है। जिस भी चौकी क्षेत्र में अपराध ज्यादा होगा, वहां के प्रभारी को लाइन हाजिर किया जाएगा। एसएसपी मुनिराज ने कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इंदिरापुरम क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने और कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 82 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन भेजा गया है। अब चौकियों में भी अपराध की जांच की जा रही है। बता दें कि गाजियाबाद में इससे पहले हत्या के एक मामले में हुए बवाल के बाद 2017 में मोदीनगर थाने में तैनात 137 पुलिसकर्मियों को एक साथ लाइन हाजिर किया गया था।