Ghaziabad News: गाजियाबाद के भूजल को प्रदूषित करने वाले औद्योगिक इकाइयों पर अब गाज गिरनी शुरू हो गई है। प्रशासन ने ऐसे 200 औद्योगिक इकाइयों को चिन्हित किया है, जो बृज विहार के नाले में केमिकल युक्त गंदा पानी बहा रहे थे। इनमें से 10 औद्योगिक इकाइयों पर कार्रवाई करते हुए उनका विद्युत कनेक्शन भी काट दिया गया। इसके बाद भी अगर ये औद्योगिक इकाई द्वारा दोबारा चलाई जाती हैं तो इन्हें प्रशासन की तरफ से सील कर दिया जाएगा।
औद्योगिक इकाइयों पर यह कार्रवाई जिलाधिकारी के आदेश पर की गई। कार्रवाई के लिए टीम का गठन भी जिलाधिकारी ने ही किया है। प्रशासन के अनुसार, ये सख्त निर्देश के बाद भी ये औद्योगिक इकाइयां लगातार केमिकल युक्त पानी बृज नाले में डाल रही थी, जिससे भूजल दूषित हो रहा था। इस टीम का नेतृत्व अपर नगर मजिस्ट्रेट चन्द्रेश कुमार और अरुण कुमार यादव ने किया। वहीं इसमें महाप्रबंधक जलकल आनंद त्रिपाठी, राजवीर सिंह जोनल प्रभारी मोहन नगर, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सहायक अभियंता किशन सिंह, रंजीत सिंह अवर अभियंता नगर निगम भी शामिल रहे।
प्रशासन द्वारा इस कार्रवाई की शुरुआत शहीद नगर वार्ड 34 से की गई। यहां के शिवा कंपाउंड स्थित 10 अवैध औद्योगिक इकाइयों के विद्युत कनेक्शन काट दिए गए। इन फैक्ट्रियों द्वारा प्रदूषित जल को अवैध रूप से नाले में बहाया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि, बृज विहार का नाला तुलसी निकेतन से होकर आ रहा है। इस नाले के पानी को शहीद नगर के जे प्वाइंट सीवेज पंपिग स्टेशन से पंप कर इंदिरापुरम एसटीपी तक ले जाया जाता है। अभी एसटीपी की इतनी क्षमता नहीं है कि, नाले के 50 एमएलडी पानी को साफ कर सके। अधिकारियों ने बताया कि, इन फैक्ट्रियों द्वारा छोड़े गए प्रदूषित पानी से नाला बहुत ज्यादा प्रदूषित हो चुका है। नाले से निकली मीथेन गैस से आस-पास में रहने वाले लोगों को भी कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही भूजल भी बहुत ज्यादा प्रदूषित हो रहा है।
प्रशासन की कार्रवाई की जानकारी देते हुए निगम के जोनल प्रभारी राजवीर सिंह ने बताया कि, अगले सप्ताह से मोहन नगर जोन के जनकपुरी, गरिमा गार्डन , भोपुरा, शहीदनगर , पसौंडा व अन्य इलाकों में अवैध रूप से चल रही औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वसुंधरा जोन में चिन्हित औद्योगिक इकाइयों पर कार्रवाई होगी।