Ghaziabad News: गाजियाबाद नगर निगम की 25वीं बोर्ड बैठक शनिवार को आयोजित की गई। इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 1367 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया। यह बजट वित्तीय वर्ष 2021-22 से 267 करोड़ रुपये अधिक है। इससे शहर में विभिन्न निर्माण कार्य पर 189 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग पर 164 करोड़ रुपये, जलकल व्यवस्था पर 84 करोड़ रुपये, उद्यान विभाग पर 37 करोड़ रुपये और शिक्षा एवं खेलकूद पर 6.72 करोड़ रुपये खर्च करना प्रस्तावित किया गया।
बैठक में पार्षदों ने इस बजट पर सवाल उठाते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में ठेकेदारों द्वारा प्रत्येक वार्ड में 60-60 लाख रुपये के विकास कार्य को अनुमति दी गई थी, लेकिन कार्यादेश जारी होने के बाद भी ठेकेदारों ने अभी तक कार्य शुरू तक नहीं किए। पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर निगम जो बजट पेश करता है, वह उस पर काम नहीं करता है। यही वजह है कि ठेकेदारों को भुगतान भी नहीं किया गया है। पैसा न मिलने के कारण ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं, जिससे शहर में विकास कार्य रुके हुए हैं।
इस बैठक से आम जनता के लिए राहत भरी खबर है। डीएम सर्किल रेट के बढ़ाने के प्रस्ताव पर रोक लगा दिया गया है। बता दें कि नगर निगम के चुनाव भी इस साल के अंत तक होने की उम्मीद है। ऐसे में पार्षदों ने रुके पड़े विकास कार्यों को लेकर अपनी नाराजगी जताई। पार्षद नहीं चाहते थे कि चुनावी साल में जनता की जेब पर अतिरिक्त भार पड़े। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की दुकानों का किराया बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को लेकर सदन द्वारा पूर्व में मांगी गई जानकारी भी बोर्ड बैठक के दौरान उपलब्ध कराई गई।
इस बैठक में एक खास प्रस्ताव भी पास किया गया। अब नगर निगम की खाली पड़ी बंजर भूमि और चारागाह की जमीन पर पार्क और खेल के मैदान बनाए जाएंगे। इससे आसपास के स्थानीय निवासियों को राहत मिलेगी। प्रस्ताव को पास करते हुए मेयर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से जन स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इसलिए अब पर्यावरण संतुलन तथा जन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि वैज्ञानिक तरीके से पार्कों एवं खेल के मैदानों का विकास किया जाए। इन पार्कों एवं खेल के मैदान को विकसित करने के लिए जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।