उत्तर प्रदेश शासन ने गाजियाबाद जिले को एक खास सौगात दी है। यहां के जिला एमएमजी अस्पताल में नया बर्न वार्ड शुरू किया गया है। ऐसे में अब जिले के लोगों को जलने संबंधित किसी भी दुर्घटना के बाद दिल्ली के अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे। इस वार्ड का सबसे ज्यादा उन गरीब लोगों को फायदा होगा, जो बड़े प्राइवेट अस्पतालों का खर्च नहीं उठा सकते। इस वार्ड में इलाज के लिए चिकित्सकों की ड्यूटी लगाने के साथ कई स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। फिलहाल यहां भर्ती होने वाले मरीजों के लिए 10 बेड आरक्षित किए गए हैं।
बता दें कि, गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो जाता है। जिले में ही अब तक आग लगने की कई घटनाओं में बेहतर इलाज न मिलने से लोगों की मौत हो चुकी है। अभी तक इस तरह की घटना होने पर लोगों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल या फिर बड़े प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ता था। हालांकि अब लोगों को जिला अस्पताल में ही बेहतर इलाज मिल सकेगा।
इस बर्न वार्ड की जानकारी देते हुए सीएमएस डॉ. मनोज कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि, अस्पताल में बनाए गए इस वार्ड में खास तौर पर ईएनटी, नेत्र रोग विशेषज्ञ और फिजिशियन 24 घंटे मरीजों का इलाज करेंगे। यहां पर मरीजों के बेहतर इलाज के लिए बर्न से जुड़ी सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कक्ष संख्या-34 के पास बने आइसोलेशन वार्ड में भी मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया गया है। वार्ड शुरू होने के बाद एक मरीज को भर्ती भी किया जा चुका है। सीएमएस ने बताया कि, अस्पताल के अंदर अन्य सुविधाओं के विकास पर कई अन्य प्रोजेक्ट भी बनाए जा रहे हैं। जल्द ही इस अस्पताल में कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भी इलाज मिलेगा। इस संबंध में प्रोजेक्ट बनाकर शासन के पास भेजा गया है।